अब सिर्फ बड़ा शहर नही ग्रामीण क्षेत्रों में भी आ गया घर बैठे पढ़ाई करने की मौका

चकाई।। क्षेत्र के आदिवासी युवायों ने इस कोरोना महामारी के दौरान लाया एक नया पहल, अब सिर्फ शहर नही, आदिवासी गाँव के बच्चों भी अपनी खुद की भाषा यानी कि संथाली भाषा मे शिक्षा ले सकते हैं, जब कि विद्यालय बन्ध है लॉक डाउन के लिए, इस समय लाहन्ति क्लब की युवा वालंटियर लोग बिभिन्न बिषय के ऊपर गाने और कहानियों के माध्यम से शिक्षामूलक ऑडियो रिकॉर्ड किये और उसको चिरागवानी नामक एक IVRS चैनल के माध्यम से सम्पूर्ण निःशुल्क तरीके से चकाई के ग्रामीण क्षेत्रों के आदिवासी बच्चों तक पहुँचा दे रहे हैं। ये हिंदी एबं संथाली दोनों भाषा मे ही चालू हैं, चिरागवानी के 9278702369 नंबर में एक मिस कॉल देने से ही घुमके आपके पास कॉल आएगा, फिर 00 दबाके इसका संथाली चैनल में दाखिला लेने से ही ये सब शिक्षा संबंधित ऑडियो सम्पूर्ण निःशुल्क शुना जा सकता हैं। इसमें शिक्षा, पोषण संबंधित जानकारी तथा इस कोरोना महामारी से बचाव का महत्वपूर्ण जानकारी 24 घंटे चलता रहता हैं। सिर्फ यही नही, अगर बच्चों या बड़ो को कोई विशेष जानकारी देनी हैं या अपनी समुदाय से जुड़ी हुई कुछ तथ्य देना हैं तो वो आसानी से अपनी मोबाइल से 3 नंबर दबाके वो बोल सकते हैं। इस नया सिस्टम को चकाई के ग्रामीण क्षेत्रों में लाने के लिए प्रदान एवं ग्रामवानी संस्था इन युवाओं को मदद कर रहा हैं। लाहन्ति क्लब के कुसुम हांसदा, खुसबू मरांडी, कविता मरांडी, सोनालाल मरांडी, सुमन हंसदा, सिमोन बास्के, मोतीलाल हांसदा सह 30 युवाओं की टोली चकाई की आदिवासी बच्चों तथा सभी के लिए ये निःशुल्क सेवा बरकरार रखे हैं।अभी तक 2993 लोग इसमें कॉल कर चुके हैं।

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