
भिवंडी मनपा करेगी आवारा कुत्तों के नसबंदी के लिए एक करोड़ रुपये खर्च ? पहला टप्पे में 30 लाख रुपये खर्च
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jan 17, 2020
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भिवंडी ।। भिवंडी शहर में आवारा कुत्तों के आंतक से निपटने के लिए भिवंडी महानगर पालिका प्रशासन पुन्हा एक बार फिर कुत्तों की नसबंदी योजना की शुरुआत करने जा रही हैं.इसके लिए मनपा प्रशासन प्रति कुत्तों के नसबंदी के लिए 1190 रुपये स्वयं सेवी संस्थाओं को देगी.इस प्रकार की जानकारी पालिका के सुत्रों द्वारा प्राप्त हुई हैं ।
सुत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार बीड जिले के एनजीओ युनिवर्सल एनिमल वेलफेयर सोसाइटी को इस काम के लिए ठेका दिया गया हैं.वही पर पहले टप्पा में शहर के ८५११ आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए मनपा प्रशासन ३० लाख रुपये खर्च करेगी. इस योजना में मनपा प्रशासन एक करोड़ रुपये खर्च करने की मान्यता दी हैं ।
भिवंडी शहर में पिछले महीने आवारा कुत्तों ने अंसारनगर परिसर में पांच नाबालिग बच्चों को काटकर जख्मी कर दिया था.जिसमें एक बच्चा बेहद जख्मी था.आवारा कुत्तों का प्रश्न एकबार पुनः शहर वासियो के बीच उठने लगा था. इसको गंभीरता से लेते हुए मनपा आयुक्त डाॅ.प्रवीण आष्टीकर ने स्वच्छता व सार्वजनिक आरोग्य विभाग को कुत्तों की नसबंदी के लिए निविदा निकलने का आदेश जारी किया. बीड जिले के एनजीओ युनिवर्सल एनिमल वेलफेयर सोसायटी संस्था की 1190 प्रति कुत्तों की नसबंदी निविदा मनपा प्रशासन ने मंजूरी दी हैं. जिसमें पहले टप्पा में 8519 कुत्तों की नसबंदी होगी. इसके लिए मनपा प्रशासन 30 लाख रुपए खर्च करेगी. वही पर इस संस्था का काम देखते हुए पुनः आगे भी यही संस्था काम करेगी
मार्च 2011 में 18 हजार 259 आवारा कुत्तों की नसबंदी की गयी थी.उसके बाद इस योजना को बंद कर दिया गया था. वर्ष 2011 के बाद शहर में मांस , मछली विक्रेताओं के दुकानों की संख्या में वृद्धि हुई हैं. जिससे निकलने वाला कचरा, कचरा कुंडी में डाला जाता हैं, इन आवारा कुत्तों का आहार इन कचरा कुंडी में आसानी से मिल जाता हैं.वही पर शहर के पास स्थित शेलार ,खोणी , कारिवली , भिनार , अंजुर फाटा आदि गांवों में रह रहे कुत्ते शहरी भागों में भोजन की तलाश करते चले आते है. जिसके कारण शहरी भाग में आवारा कुत्तों की संख्या में वृद्धि हो जाती हैं. कुत्तों की संख्या में वृद्धि के कारण आये दिन इनके हमले से नागरिकों को परेशानियो का सामना करना पड़ता हैं ।
वर्ष 2015 में उच्च न्यायालय के आदेशानुसार शहर में आवारा मादी कुत्तों की नसबंदी व रेबीज प्रतिबंधक दवाई देने के लिए कुत्तों की संख्या की मांग कि गयी थी. किन्तु इनकी सही सख्या उपलब्ध नही हो सकी. वही पर संबंधित स्वच्छता व सार्वजनिक आरोग्य विभाग को नोटिस मिलने के बाद पांचो प्रभागों ने कुत्तों की सख्या की जानकारी उपलब्ध करवाई थी. जिसमें प्रभाग समिति क्रमांक 1 में 464 , प्र .स .क्र.2 में 538 , प्र.स.क्र .3 में 501, प्र .स .क्र .4 में 447 प्र .स. क्र .5 में 440 कुल 2803 मादी कुत्तों की संख्या की जानकारी मिली हैं ।
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