
सत्यगाथा
- Hindi Samaachar
- Jul 30, 2018
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बांग्लादेशी थे भरे असम हुआ हलकान
लाखों मे तादात है , पता चली पहचान
पता चली पहचान , शान से रोटी तोड़े
सरकारी हर कामो मे , अटकाते रोड़े
कह बृजेश कविराय पास होगा परवाना
बहुत हुआ घूसपैठ ढूंढ लो ठौर ठिकाना
बांग्लादेशी थे भरे असम हुआ हलकान
लाखों मे तादात है , पता चली पहचान
पता चली पहचान , शान से रोटी तोड़े
सरकारी हर कामो मे , अटकाते रोड़े
कह बृजेश कविराय पास होगा परवाना
बहुत हुआ घूसपैठ ढूंढ लो ठौर ठिकाना
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