
टोरेंट ग्रुप द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 5 करोड़ रुपये का योगदान
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Apr 10, 2020
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भिवंडी।। देश कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के प्रकोप से एक अभूतपूर्व मानवीय और स्वास्थ्य संकट के घेरे में आ गया हैै. इस महामारी से महाराष्ट्र राज्य
ही पूरा देश के साथ विश्व बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
टोरेंट ग्रुप संस्थान ने हमेशा लोगों और समाज को बाकी चीजों से ऊपर रखते हुए से संकट के समय में महामारी से निपटने के लिए भारत सरकार और राज्य सरकारों के प्रयासों का हर संभव तरीके से समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.इस पृष्ठभूमि पर टोरेंट ग्रुप ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राहत कोष - COVID-19 के लिए 5 करोड़ रुपये का योगदान दिया है. यह योगदान COVID -19 महामारी के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की लड़ाई को मजबूत करेगा और इस वजह से होने वाले मानवीय प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी.समाज ने कभी इस तरह के संकट का सामना नहीं किया है टोरेंट पावर ग्रुप देश के संकट घड़ी कमजोर लोगों के साथ खड़े होने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
गौरतलब हो कि 21,000 करोड़ रुपये (3 बिलियन अमरीकी डालर) के राजस्व के साथ टोरेंट ग्रुप की फार्मास्यूटिकल्स, पावर और सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) क्षेत्रों में उपस्थिति है.टोरेंट ग्रुप की प्रमुख कंपनी टोरेंट फार्मा 40 देशों में फैली वैश्विक उपस्थिति के साथ हृदय और सीएनएस सेगमेंट में एक प्रमुख खिलाड़ी है.टोरेंट पावर देश के बिजली क्षेत्र के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के खिलाड़ियों में से एक है.जिसकी संपूर्ण बिजली मूल्य श्रृंखला - बिजली उत्पादन, पारेषण और वितरण में उपस्थिति है.टोरेंट पावर की 3,721 मेगावाट की स्थापित उत्पादन क्षमता है और 3 राज्यों में 8 शहरों में 32 लाख से अधिक ग्राहकों को बिजली वितरित करता है. इसके साथ ही टोरेंट गैस, समूह का CGD व्यवसाय, देश की अग्रणी CGD कंपनियों में से एक है और 7 राज्यों (महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, तमिलनाडु और तेलंगाना और 1 केन्द्र शासित प्रदेश (पुडुचेरी)) में 32 जिलों को कवर करने वाली 16 जगहों के लिए अधिकृत किया गया है.टोरेंट के अधिकृत क्षेत्रों की कुल आबादी लगभग 9 करोड़ से अधिक है, जो भारत की कुल आबादी का लगभग 7% है। इस प्रकार की जानकारी चेतन बदयानी ने दिया हैं.
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