टोरेंट पावर बिल माफ करने के लिए उठने लगी आवाज

भिवंडी।‌। कपड़ा उद्योग की नगरी भिवंडी शहर में पावरलूम उद्योग भारी मात्रा में होने के कारण यहाँ पर बड़े पैमाने पर बिजली का उपयोग होता हैं.लॉकडाउन से लोगों का व्यापार ठप पड़ा हुआ है.लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं.23 मार्च से लॉकडाउन के चलते छोटे उद्योग और फैक्ट्रियां बंद है, निर्माण गतिविधि लंबित है.रेस्तरा, कमर्शियल बिल्डिग की दुकानों का शटर बंद है.गरीब किसान और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों को आय का जरिया बंद हो गया है.ऐसे में वे लोग बिजली का भुगतान करने में सक्षम नहीं है.संकट की इस घड़ी में मानवता के आधार पर भिवंडी में चल रहे बिजली आधारित उद्योग, कमर्शियल बिल्डिग एवं अन्य बिजली बिल एवं मीटर रेंट एवं सभी वर्गों का बिजली बिल 31 जुलाई तक माफ करने की मांग उठने लगी हैं.

मजदूरों का पलायन बदस्तूर जारी:

इस संकटकाल में भुखमरी व वायरस से भय से प्रवासी मजदूरों का पलायन बदस्तूर जारी हैं. हालांकि राज्य सरकार ने कुछ शर्तों के अधीन रहकर पावरलूम उद्योग शुरू करने की इजाजत दे दी हैं. किन्तु मजदूर नहीं होने के कारण अधिकांश पावरलूम उद्योग बंद पड़े हैं.आशंका जताई जा रही हैं कि लगभग एक वर्ष तक उद्योग प्रभावित हो सकता हैं.जिसके कारण पावरलूम व्यवसायी भी भुखमरी के शिकार हो सकते है.जिसको देखते हुए लाॅक डाउन के काल में बिजली बिल माफ करने तथा आगे भी बिजली बिल में सब्सिडी देने की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ रही हैं.

शहर में प्राइवेट बिजली सप्लाई :

शहर में टोरेंट पावर प्रा.कंपनी बिजली की आपूर्ति व बिल वसूली का काम करती हैं.इस कंपनी के विरोध में कई बार पावरलूम उद्योग से जुड़े व्यापारी संघर्ष समिति बनाकर धरना आन्दोलन कर चुके हैं.वही कंपनी पर ज्यादा बिल वसूल करने का आरोप के साथ, मीटर तेज चलने का आरोप भी लग चुका हैं.पहले से कमर टूटी पावरलूम उद्योग को कोरोना वायरस बुरी तरह से प्रभावित किया हैं.जिसको देखते हुए कई सामाजिक संस्थाऐ व राजनीतिक दल लाॅक डाउन के कालावधि का बिजली बिल माफ करने तथा आगे भी बिजली बिल में सब्सिडी देने के लिए राज्य के उर्जा मंत्री डाॅ नितीन राऊत व मुख्य मंत्री उद्भव ठाकरे से पत्र व्यवहार देकर मांग किया हैं. वही पर इस संबंध में कांग्रेस पार्टी के महाराष्ट्र कोकण मुस्लिम विकास मंडल के अध्यक्ष इरफ़न पटेल ने कई बार पत्र व्यवहार कर चुके हैं.

सोशल ‌मीडिया पर बिजली बिल माफ करने की‌ अनेक पोस्ट वायरल:

शहर के सोशल मीडिया पर प्रतिदिन बिजली बिल माफ करने की नई - नई पोस्ट वायरल हो रहे है। शहर के जागरुक नागरिक सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार तक संदेश पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि इस संकटकाल में सभी प्रकार के सन- साधन बंद पड़े हुए हैं.आगे भी बंद रहने की संभावनाएं हैं जिसके देखते हुए नागरिक तथा व्यवसायी दोनों बिजली बिल को लेकर चिंतित हैं।

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