सत्यगाथा


बुनते  बैठे  देश  मे  , षडयंत्रों   क़ा  जाल 

लाल  बंदरों  की  सभी , फेल  हुई है चाल 

फेल हुई है चाल , ढाल  बन  उभरी खादी 

पुलिस  प्रशासन पर , आरोप लगाते गांधी 

कह बृजेश कविराय बजा बेशर्मी की बीन 

पहुच  गये  फिर शान से , सीना ताने चीन 

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