मामला पढ़े बिना आख्या लगाती है सरपतहां पुलिस

सरपतहां, जौनपुर ।

जौनपुर जिले के सरपतहाँ थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मदारीपुर भेला से दिसम्बर माह में की गई एक शिकायत (सन्दर्भ संख्या 40019420069271)में आंख्या किसी पुरानी घटना(सन्दर्भ संख्या 92019400015351 जो नवंबर माह की थी), की सरपतहां थाना के सब इंस्पेक्टर राम नारायण गिरी ने लगा दिया जिसे देखकर आवेदक अचंभित है।


यद्यपि अनजाने में ब्लाक के विकास कार्यो में हुए घोटाले की जाँच हेतु शिकायती पत्र क्षेत्राधिकारी शाहगंज को ऑनलाइन कर दी गई थी किन्तु उसे विकास से सम्बंधित अधिकारी को सौंपने की रिपोर्ट लगाने के बजाय उप निरीक्षक सरपतहां द्वारा पुरानी अन्य शिकायत की आख्या को लगा दिया गया जिससे स्पष्ट होता है कि थाने पर किसी भी शिकायती प्रार्थना पत्र को पढ़ा ही नहीं जाता है। अगर इसी तरह से जनता की शिकायतों का समाधान किया जाएगा तो फिर न्याय प्रक्रिया से न्याय पाना असंभव कार्य होगा और लोक सेवा में लगे लोगों का मनोबल टूट जाएगा ,साथ ही साथ भ्रष्टाचारियों का मनोबल स्वतः उँचा होता चला जाएगा । 


बात कुछ यूं है की ग्राम पंचायत मदारीपुर के एक सामाजिक कार्यकर्ता इंदल कुमार पुत्र बखेडू ने अपने ग्राम पंचायत मदारीपुर भेला के विकास कार्यो की जाँच हेतु शिकायत क्षेत्राधिकारी को दिया था जिसमें क्षेत्राधिकारी द्वारा भ्रष्टाचार की जांच की शिकायत के निस्तारण हेतु मामले को सम्बंधित थाने पर भेजा गया ।  उस पर ध्यान न देते हुए राम नारायण गिरी ने पूर्व की घटना जिसका संदर्भ नंबर ही दूसरा है और वह मुद्दा ही दूसरा है उसकी रिपोर्ट को इस मामले में आख्या के तौर पर लगा दिया जो घोर लापरवाही है । यदि प्रशासनिक कर्मचारी इस तरह की लापरवाही करेंगे तो समाज सेवक किस आधार पर लोगों को न्याय दिलाने का कार्य कर सकेंगे । यह हास्यास्पद तो है ही किन्तु ध्यान देने योग्य बात यह है कि थाना सरपतहां द्वारा मामले को पढ़ा ही नहीं जाता है जो ठीक नहीं है। प्रशासनिक कर्मचारियों को जनता की समस्याओं को ध्यानपूर्वक पढ़कर उसपर उचित कार्यवाही कर संतुष्टिजनक आख्या लगानी चाहिये जिससे लोगों का न्याय प्रणाली पर विश्वास बना रहे।

रिपोर्टर

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