सरल होना ही जीवन का सबसे कठिन कार्य है--आचार्य राघव जी
- संदीप मिश्र, ब्यूरो चीफ जौनपुर
- Dec 31, 2020
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समोधपुर, जौनपुर।
जनपद जौनपुर के सुइथाकला विकास खण्ड के समोधपुर गाँव में बने प्राचीन रामजानकी मंदिर पर चल रहे श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञानयज्ञ के चतुर्थ दिवस की कथा में भगवान के श्रीहरि अवतार से गजेंद्र मोक्ष की कथा के साथ साथ सामान्य जन को जीवन का उच्च आदर्श पथ दिखाने हेतु प्रभु के रामावतार के उद्देश्य को श्रोताओं ने कथा व्यास आचार्य श्री राघव जी के मुखारविन्द से अपने कर्णपुटों द्वारा ग्रहण करते हुए स्वयं को धन्य महसूस किया । आगे की कथा में भगवान के लोक कल्याकारी कृष्णावतार की कथा भी श्रोताओं ने भाव विभोर होकर सुनी। इस अवसर पर कुछ दिव्य झांकी भी आयोजक मंडल के सदस्यों द्वारा प्रस्तुत की गई जिसे देखकर दर्शक आनन्दमग्न हो उठे तथा भगवान की जयजयकार करने लगे।
आचार्य राघव जी ने रामजी के सरल स्वभाव का वर्णन करते हुए बताया कि रामजी स्वभाव से तो सरल हैं किंतु कठिन कार्य को आसानी से कर देते हैं । अतः व्यक्ति को अपने जीवन में सरल बनने का प्रयास करना चाहिए जिससे जीवन की कठिनाइयाँ सहज दूर हो सकें। यद्यपि सरल बनना ही जीवन का सबसे कठिन कार्य है फिर भी प्रभु की कृपा सरल हृदय वालों को ही प्राप्त होती है।
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