शादी समारोह में सामाजिक स्तर का दंभ भरकर लोगों की जान से न करें खिलवाड़

कोरोना घातक है इसे न भूलें

प्रशासन नियमों की अवहेलना करने वालों पर दर्ज करे मुकदमे

जौनपुर : जिले में लगभग हर गांव इस समय वायरल बुखार की चपेट में हैं और न केवल गांव बल्कि हर घर इस बुखार की चपेट में आ चुका है। चूंकि अब तक लोग इतने जागरूक नही हुए या होना नही चाहते कि बुखार को साधारण मानकर कोरोना का टेस्ट कराने से कतरा रहे हैं जिसकी परिणति काफी घातक हो सकती है। साथ ही प्रशासन को भी सचेत होने की नितांत आवश्यकता है।

कोरोना से जहां पूरा विश्व त्राहि त्राहि कर रहा है वहीं गांवों में शादी विवाह के समारोहों में भारी भीड़ जुटा कर अपनी प्रतिष्ठा को दर्शाने का खेल जारी है। जगह जगह बारात में काफी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं जिसके कारण कोरोना विस्फोट को नकारा नही जा सकता। शादी विवाह में भारी भीड़ जुटा कर लोग अपनी प्रतिष्ठा का प्रदर्शन कर रहे हैं जिसके कारण ऐसे समारोहों में शामिल लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। अगर आप सामाजिक हैं और आपकी प्रतिष्ठा बहुत ऊंची है तो यह भी ख्याल रखें कि दूसरे व्यक्ति के जीवन से वह बड़ी नही हो सकती अतः शादी समारोहों में सरकारी नियमों के अनुसार ही लोगों को शामिल करें। हालांकि ऐसे समारोहों में शामिल होने वालों की भी यह व्यक्तिगत जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे समारोहों से जहाँ तक हो सके दूरी बनाए रखने की कोशिश करें क्योंकि यदि आप स्वस्थ और जीवित बचे रहेंगे तो ही नाराज लोगों को क्षमा याचना कर सकेंगे।

आज की स्थिति यह है कि अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने को जगह नही बची है ऑक्सीजन, वेंटिलेटर का सर्वत्र आभाव है, सोसल मीडिया व मीडिया के माध्यम से लोगों के मौत की दुःखद खबरें सामने आ रही हैं और सबसे बड़ी बात यह कि गांवों में चिकित्सा की बेहतर सुविधा का भारी आभाव है ऐसे में सभी की यह जिम्मेदारी है कि यदि आवश्यक न हो तो घरों से बाहर न निकले और सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन करें याद रखें कि आप के स्वास्थ्य व आपके के परिवार के लिए आपसे कीमती कोई भी चीज नही है अतः घर पर ही सुरक्षित रहें।

पुलिस प्रशासन को भी सख्त होने की जरूरत

शादी विवाह समारोहों में नियमों का उल्लंघन करने वालों पर पुलिस प्रशासन को नकेल कसनी चाहिए जिससे कोरोना से मौत का तांडव रुक सके। पुलिस महकमा जिले में अब भी इस इन्तज़ार में है कि उसे शिकायत मिले तब वह सक्रियता दिखाए लेकिन ऐसा करने से काफी देर हो जाएगी और स्थितियां हाथों से निकल जाएंगी। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज होना चाहिए भले ही वह बाद में संज्ञान में आए। पुलिस प्रशासन ऐसे लोगों को जिनके यहां विवाह आदि समारोह हैं उन्हें चिन्हित कर पहले से नियमों को मानने की बाध्यता की नोटिस दे।  रसूखदार लोगों को किसी की जिंदगी से इस कोरोना काल मे खिलवाड़ नही करने देना चाहिए। कोरोना काल मे प्रशासन के लोग चाहे वह डॉक्टर हों या पुलिस कर्मी या स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े अन्य लोग तथा मीडियाकर्मी ये सभी अपनी जान हथेली पर रखकर जनता का सहयोग कर रहे हैं ऐसे में जनता का भी यह फर्ज बनता है कि नियमों का पालन कर उन्हें सहयोग करें।

रिपोर्टर

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