जिले में अब हर माह की 21 तारीख को मनाया जायेगा परिवार नियोजन दिवस : डॉ. अनिल भट्ट
- रामजी गुप्ता, सहायक संपादक बिहार
- Sep 21, 2021
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एसीएमओ व चिकित्सा पदाधिकारी ने सदर अस्पताल में किया परिवार कल्याण मेला का उद्घाटन
परिवार नियोजन सेवा लेने के लिए इच्छुक लोगों का किया गया निबंधन
बक्सर ।। जिले में परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए सदर अस्पताल में मंगलवार को परिवार कल्याण मेला का आयोजन किया गया। मेले का उद्घटान अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल भट्ट व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल सिंह ने संयुक्त रूप से दिप प्रज्ज्वलित कर किया। मौके पर डॉ. अनिल भट्ट ने बताया, राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर प्रत्येक माह की 21 तारीख को परिवार नियोजन दिवस का आयोजन किया जाना है l जिसमें परिवार नियोजन कार्यक्रम संबधित साधनों के प्रयोग, परामर्श, सुझाव के साथ गर्भवती व धात्री महिला तथा योग्य दाम्पति का स्वास्थ्य केंद्र मे बैठक का आयोजन कर परिवार नियोजन की सेवा तथा जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इस दौरान पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. भूपेंद्र नाथ, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक संतोष कुमार राय, जिला लेखा प्रबंधक श्याम राय, जिला योजना समन्वयक जावेद आबेदी, अस्पताल प्रबंधक दुष्यंत कुमार, आरबीएस के डॉ. विकास कुमार व अन्य मौजूद रहें।
इच्छुक लोगों का परिवार नियोजन के लिए किया गया निबंधन :
एसीएमओ डॉ. अनिल भट्ट ने बताया, मेले में परिवार नियोजन हेतु इच्छुक दंपतियों का काउंसलिंग की गई। वहीं जो लोग परिवार नियोजन सेवा लेने के लिए इच्छुक थे उनका निबंधन भी किया गया। यह मेला सभी पीएचसी स्तर पर आयोजित किया गया। उन्होंने बताया, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के दिन प्रत्येक माह के 09 तारीख को प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) हेतु लक्षित समूह की गर्भवती महिलाओं तथा साथ में आनेवाली महिलाओं को प्रसव के उपरांत बच्चे के जन्म में अंतराल व अनचाहे गर्भधारण से बचाने के लिए परिवार नियोजन सेवा मसलन करण, यूसीडी, गर्भ एवं गर्भनिरोधक गोली हेतु परामर्श दिया जाएगा।
परिवार नियोजन दिवस आयोजित किये जाने के विभिन्न उद्देश्य :
डीसीएम सन्तोष कुमार राय ने बताया, राज्य स्वास्थ्य समिति ने विभिन्न उद्देश्यों को देखते हुये परिवार नियोजन दिवस आयोजित करने कक निर्णय लिया है। जिसमें कम उम्र में शादी से उत्पन्न समस्याओं से जागरूक करना तथा इच्छित गर्भनिरोधक सेवा की उपलब्धता सुनिश्चित करानी है। वहीं, नवविवाहित को शादी के कम से कम एक वर्ष के पश्चात गर्भधारण करने हेतु प्रेरित करने तथा उनको चयनित गर्भनिरोधक सेवा उपलब्ध की जानी है। साथ ही, मां एवं शिशु को स्वस्थ रखने के लिए बच्चों के जन्म में तीन वर्ष का अंतराल हेतु दम्पति को प्रेरित करना है। वहीं, जो दम्पति परिवार नियोजन के साधनों का उपयोग नहीं कर ले रहे हैं, उनको जागरूक किया जायेगा। इसके अलावा दम्पतियों को अनचाहे गर्भधारण से बचाव की जानकारी के साथ सेवा उपलब्ध कराई जायेगी। ताकि, लोगों में परिवार नियोजन की समझ बढ़े और वो साधनों के उपयोग के प्रति जागरूक हो।
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