कृषि कानून के गुर बताने वाले कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति मौन

अब तक किसानों के लिए बताते रहे कल्याणकारी है कृषि बिल ...


मिल्कीपुर, अयोध्या ।। विगत एक वर्ष से कृषि बिल को लेकर विभिन्न संगठनों के किसानों द्वारा लगातार आंदोलन किए जाने के बाद आखिरकार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने का ऐलान कर दिया है। इसके बाद से देश के किसानों में खुशी का माहौल है।

वहीं दूसरी ओर कृषि कानून संसद से पारित होने के बाद किसानों के आंदोलन को दृष्टिगत रखते हुए आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह द्वारा कृषि कानून के बारे में लगातार प्रेस नोट जारी कर बयान बाजी की जा रही थी यही नहीं कृषि कानून का बखान विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा किसान मेले सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न आयोजनों एवं कार्यक्रमों में किया जा रहा था। किंतु आज कृषि बिल वापस लिए जाने का ऐलान किए जाने के बाद कृषि कानून बताने वाले कुलपति महोदय को सांप सूंघ गया है।

उन्होंने आज ना तो कोई वक्तव्य जारी किया और ना ही इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया  हेतु कोई प्रेस नोट ही भेजा। ऐसे में कृषि विश्वविद्यालय के जिम्मेदार पद पर रहकर किसानों को सीख देने वाले एक कुलपति का असली चेहरा भी किसानों के बीच में बेनकाब हो गया है। मिल्कीपुर क्षेत्र में विश्वविद्यालय के कुलपति के उन थोथे राग अलापति हुए बयान बाजी किए जाने की जमकर आलोचना भी शुरू हो गई है।

रिपोर्टर

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