नियमित टीकाकरण शिशुओं की जिन्दगियाँ बचाने का सबसे प्रभावी, असरदार और किफायती साधन है।

बिहार ।। राज्य में नियमित टीकाकरण द्वारा 12 प्रकार की जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने हेतु टीकाकरण किया जा रहा है। विगत 10 वर्षो में बिहार ने टीकाकरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है। माताओं और बच्चों तक  गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित करने के लिये बिहार उल्लेखनीय मुकाम हासिल करने की दिशा में प्रयासरत है। सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे – 2019 के अनुसार  गुणवत्तापूर्ण  टीकाकरण सुनिश्चित कर बिहार में शिशु मृत्यु दर में कमी लाते हुए राष्ट्रीय औसत 30 की अपेक्षा बिहार का औसत 29 है और यह राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों को दर्शाता है|

शत प्रतिशत टीकाकरण का है लक्ष्य:

हमारा लक्ष्य राज्य के नियमित टीकाकरण के पूर्ण आच्छादन लक्ष्य को  शत्-प्रतिशत प्राप्त करना है। वैसे हर एक बच्चे तक पहुँचना है जो किसी न किसी कारण से आज भी टीकाकरण से वंचित रह जा रहे हैं। विगत दो वर्षों से कोविड 19 वैश्विक महामारी के संक्रमण एवं इससे संबंधित गतिविधियों के कारण नियमित टीकाकरण का कार्य प्रभावित हुआ है, फलस्वरूप नियमित टीकाकरण के आच्छादन स्तर में गिरावट दर्ज हुई है। 

‘सघन मिशन इन्द्रधनुष’ 4.0 अभियान से हासिल होगा पूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य: 

नियमित टीकाकरण के आच्छादन के सुदृढ़ीकरण हेतु ‘सघन मिशन इन्द्रधनुष’ 4.0 अभियान का शुभारम्भ दिनांकः 7 मार्च 2022 से किया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य  शत्-प्रतिशत बच्चों का पूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करना है। इस अभियान के अंतर्गत टीकाकरण से वंचित, आंषिक रूप से टीकाकृत बच्चों एवं गर्भवती माताओं को आच्छादित किये जाने हेतु में निम्न तालिकानुसार सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0  अभियान का संचालन किया जायेगा-

प्रथम चक्र - 07 मार्च से  13 मार्च 2022

द्वितीय चक्र - 04 अप्रैल से  10 अप्रैल 2022

तृतीय चक्र - 02 मई से  08 मई  2022


कोविड सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए किया जायेगा संचालन:


विगत दो वर्षों से कोविड 19 वैश्विक महामारी के संक्रमण एवं इससे संबंधित गतिविधियों के कारण नियमित टीकाकरण में आई गिरावट को सुदृढ़ करने हेतु आवश्यक प्रयास किया जा रहा हैं। इसी के तहत सघन मिशन इद्रंधनुष 4.0 अभियान का संचालन कोविड 19 संक्रमण के बचाव हेतु मानक दिशा निदेश के अनुरूप किया जा रहा है। इस अभियान के दौरान राज्य में लगभग सभी क्षेत्रों में सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जिसके तहत राज्य में लगभग 23105 टीकाकरण सत्रों पर टीकाकरण से वंचित / आंशिक रूप से आच्छादित लगभग 2 लाख अस्सी हजार बच्चों एवं 50 हजार सात सौ गर्भवती महिलाओं को आच्छादित किये जाने का लक्ष्य है।


विभागों की सहभागिता से होगी लक्ष्य की प्राप्ति: 


मुझे पूर्ण विश्वास है कि कोविड 19 वैश्विक महामारी के दौरान टीकाकरण के आच्छादन में आई कमी को पूर्ण करने में हमारा पूरा स्वास्थ्य महकमा, अन्य विभागों यथाः गृह विभाग, शिक्षा विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, समाज कल्याण विभाग आदि के साथ - साथ यूनिसेफ, डब्लू. एच. ओ. एवं अन्य सभी सहयोगी संस्थाओं के अथक प्रयास से हम सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0 अभियान के शत्-प्रतिशत लक्ष्य को निश्चित रूप से हासिल कर पाएँगे।

इसके साथ ही मैं सबसे पहले  हमारी ए. एन. एम. बहनों, आशा बहनों एवं आँगनवाड़ी बहनों को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि उनके अथक प्रयास के फलस्वरूप कोविड 19 टीकाकरण हेतु निर्धारित लक्ष्य को ससमय पूर्ण करने में सक्षम हो सके। हमें आशा के साथ -साथ पूर्ण विश्वास है कि दिनांक 7 मार्च 2022 से प्रारम्भ हो रहे सघन मिशन इन्द्रधनुष के लक्ष्य को प्राप्त करने में पूर्ण सफल होंगे। 

इस अवसर पर मैं सभी चिकित्सकों, स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों, अधिकारियों, अन्य सहयोगी विभागों एवं संस्थाओं को भी शुभकामनाएँ देता हूँ। सघन मिशन इन्द्रधनुष - 4.0 निश्चित रूप से बच्चों की जिन्दगी में सतरंगी खुशियाँ बिखेरेगा।

सघन मिशन इन्द्रधनुष- 4.0 का शुभारंभ आज इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान में माननीय स्वास्थ्य मंत्री, बिहार सरकार, श्री मंगल पांडेय द्वारा शिशुओं को दवा पिलाकर की गयी. इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार श्री संजय कुमार सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रशासी पदाधिकारी, श्री सुमन प्रसाद साह तथा इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल उपस्थित थे.

रिपोर्टर

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