उत्साहित होकर 12 से 14 वर्ष तक के बच्चे ले रहे हैं कोरोना का टीका : डीआईओ

- जिले के 196 मध्य विद्यालयों में कोविड टीकाकरण के लिये लगाया गया शिविर

- बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क का उपयोग करने की दी जा रही है सलाह

बक्सर ।। कोरोना वायरस के संभावित लहर को देखते हुये जिले में 12 से 14 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण शुरू हो चुका है। इस क्रम में सोमवार को जिले के 196 स्कूलों में शिविर लगाया गया। जिसमें स्कूली बच्चे उत्साहित होकर टीका लगवा रहे हैं। हालांकि, 22 मार्च को स्कूलों की छुट्‌टी होने के कारण शिविरों का संचालन 23 मार्च से किया जायेगा। ताकि, वैक्सीन के वाइल्स का पूरी तरह से सदुपयोग किया जा सके। उल्लेखनीय है कि इस उम्र वर्ग के बच्चों को कोर्बेक्स वैक्सीन का टीका दिया जा रहा है। जो बच्चों के लिये पूरी तरह से सुरक्षित और भरोसेमंद है। हालांकि सरकार ने यह गाइडलाइन भी जारी की है कि जिन बच्चों का जन्म एक जनवरी 2008 से लेकर 15 मार्च 2010 के बीच हुआ है, केवल उन्हें ही कोर्बेक्स वैक्सीन की डोज दी जानी है। 

बच्चों को दी जा रही है गाइडलाइन्स के पालन की जानकारी :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राज किशोर सिंह ने बताया, जिले में 400 से भी अधिक मध्य विद्यालय हैं। जहां पर टीकाकरण के लिये शिविरों का संचालन किया जाना है। इसके लिये जिला शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित किया जा चुका है। साथ ही, संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को टीकाकरण शिविर के पूर्व शिक्षक-अभिभावक की बैठक कराने के संबंध में अवगत कराया गया है। ताकि, बच्चों को टीका देने के पूर्व उनकी सहमति जानी जा सके। उन्होंने बताया, स्कूलों में टीकाकरण का कार्य बिना किसी व्यवधान के संपन्न हो रहा है। साथ ही, बच्चों को टीका देने के बाद कोरोना गाइडलाइन्स के पालन करने की जानकारी भी दी जा रही है। ताकि, बच्चे अभी से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के जागरूक हो सके।

अभिभावक समझे टीके की अहमियत :

12 से 14 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण के संबंध में सदर प्रखंड के शिक्षक हृषिकेश त्रिपाठी ने कहा कि कुछ दिनों में स्कूलों की छुट्‌टी हो जायेगी। वहीं, दो साल से कोरोना की लहर मार्च व अप्रैल माह में तेजी से प्रसार करने लगती है। ऐसे में सरकार ने बच्चों का टीकाकरण शुरू कर काफी सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने बताया कि शिक्षक होने के कारण कई अभिभावक कोर्बेक्स वैक्सीन को लेकर सवाल पूछते रहते हैं। अभी भी अभिभावक टीकाकरण को लेकर असमंजस में रहते हैं। ऐसे अभिभावकों को समझना होगा कि बच्चों के लिये कोविड टीकाकरण कितना महत्वपूर्ण है। टीकाकरण को लेकर प्रतिदिन अखबारों और टीवी में नये नये गाइडलाइन्स और खबरें आ रही है। लोगों को चाहिये कि वो आधिकारिक स्रोत से वैक्सीनेशन की जानकारी लें और सोशल मीडिया पर फैलने वाले अफवाहों पर ध्यान न दें। बच्चों पर कोरोना वायरस के प्रभाव को कम किया जा सकेगा।

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