सत्यगाथा


चरण  वंदना  मे  लगे , चमचे और गुलाम 

कुत्सित घृणित बयान ये ,शर्म नही हे राम 

शर्म नही हे राम , कर्म भी अजब अनोखा 

बना  गधे  को बाप , दे रहें खुद को धोखा 

कह बृजेश कविराय , लगी हैं लंबी लाइन

मूत्र पान कर रहें , समझ कें रम या वाइन 

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट