जन सुराज से हेमंत चौबे का टिकट कंफर्म चैनपुर विधानसभा के मतदाताओं में खुशी की लहर

दुर्गावती प्रखंड संवाददाता श्याम सुंदर पाण्डेय की रिपोर्ट 

चैनपुर(कैमूर)-- विधानसभा में ज्योंहि जन सुराज पार्टी ने हेमंत चौबे के नामो की घोषणा की जनता में खुशी लहर दौड़ गई। कभी देश के नक्शे पर अपनी पहचान बनाने वाला हरसु ब्रह्म की भूमि से चैनपुर विधानसभा को लोग लाल मुनी चौबे के नाम से जानते थे। आज उनकी धमनियों के रक्त से संचालित पुत्र हेमंत चौबे को प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी का टिकट देकर चैनपुर विधानसभा का सम्मान बढ़ा दिया। देश के शीर्ष नेताओं में जब पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेई बिहार के 54 में से चौबे चाहिए का नारा लगाते थे तो लोग आवक रह जाते जाते थे और उन्हें अपना बहुमूल्य वोट देकर जिताते भी थे। राजनीति के इतिहास में बेदाग रहे लाल मुनी चौबे जन संघ के समय से ही राजनीति में कदम रखा और चार बार विधायक तो चार बार सांसद रहकर 40 वर्षों का एक लंबा सफर राजनीति में तय किया। लेकिन दुर्भाग्य रहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता उनके इस  त्याग और तपस्या को समझ नहीं पाए और अन्य दलों की तरह उनके नहीं रहने पर भी उनके दोनों पुत्रों को अपनी पार्टी से अलग रखा। लेकिन प्रशांत किशोर की अनुभवी आंखें आखिरकार उस हीरे को खोज लिया जिनके रगों में एक ईमानदार और अनुभवी नेता का रक्त का रगों में संचार हो रहा है। चैनपुर की जनता जन सुराज के उम्मीदवार हेमंत चौबे को जिताती  है तो बिहार ही नहीं देश के राजनीति में एक अलग ही पहचान बनेगी और बिहार की राजनीति में एक नई क्रांति आएगी। हेमंत चौबे वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने के बाद राजनीति करना चाहा लेकिन पिता लालमुनि चौबे को वंशवाद का दाग न लगे उनके जीते जी चुनाव लड़ना पसंद नहीं किया। लेकिन पिता की मृत्यु के बाद अपने पिता के विरासत में भारतीय जनता पार्टी के दरवाजे को खटखटाया लेकिन भाजपा अब पहले वाली नहीं रही है इसलिए उनको पार्टी ने उनके ईमानदारी का तोहफा  देना उचित नहीं समझी। अब जन सुराज पार्टी ने टिकट हेमंत चौबे को दिया है जिससे खोए हुए चैनपुर के सम्मान को प्राप्त करने के लिए जनता में खुशी की लहर दिखाई दे रही है।

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