स्वास्थ्य मेले के सफल संचालन के लिये जरूरी है जन-जन तक इसकी जानकारी पहुंचाना : डॉ. सुधीर

- आशा दिवस के अवसर पर जिले के सदर प्रखंड में आशा कार्यकर्ताओं के कार्यों की हुई समीक्षा

- अर्बन पीएचसी में आयोजित होने वाले स्वास्थ्य मेले की सफलता को लेकर लिये गये महत्वपूर्ण निर्णय

बक्सर ।। जिले के स्वास्थ्य उपकेंद्रों की सुदृढ़ता के लिये जरूरी है, उनके कार्यों की समीक्षा। ताकि, मरीज स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पादर्शिता से उठा सकें। इस क्रम में बुधवार को सदर प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत सभी स्वास्थ्य उपकेंद्र के वर्ष 2021-22 का लक्ष्य एवं उपलब्धि की समीक्षा की गई। साथ ही, प्रखंड में संचालित होने वाली एएनसी सेवा, नियमित टीकाकरण, परिवार नियोजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान, एससीडी स्क्रीनिंग, लू से बचाव आदि पर चर्चा भी की गई। इस क्रम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुधीर कुमार ने 21 अप्रैल को अर्बन पीएचसी में आयोजित होने वाले स्वास्थ्य मेले के सफल संचालन को लेकर भी विचार विमर्श किया। उन्होंने आशा फैसिलिटेटर व कार्यकर्ताओं के अलावा सभी एएनएम को मेले का प्रचार करने का निर्देश दिया। कहा कि स्वास्थ्य मेले के सफल संचालन के लिये जरूरी है जन-जन तक इसकी जानकारी पहुंचाना। जिसके माध्यम से अधिक से अधिक संख्या में आकर लोग स्वास्थ्य मेले का लाभ उठा सकें। इस दौरान बीएचएम सह बीसीएम प्रिंस कुमार सिंह, प्रखंड एमएनई शशिकांत कुमार, यूनिसेफ़ बीएम अलोक कुमार, अनुश्रवण सहायक रवि कुमार, केयर बीएम मंगलेश कुमार समेत सभी स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहें।

18 से 59 साल तक के लाभार्थियों को प्रीकॉशनरी डोज दी जायेगी:

बीसीएम प्रिंस कुमार सिंह ने कोविड एवं नियमित टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रम सहित विभाग द्वारा चलाये जा रहे अन्य कार्यक्रमों के संबंध उन्हें विस्तार से जानकारी दी। साथ ही, उक्त कार्यक्रमों को शत-प्रतिशत सफल बनाने के लिए और सक्रिय होने पर बल दिया। कहा कि आशा कार्यकर्ताओं संबंध क्षेत्र में घर-घर जाकर कोविड टीकाकरण के अद्यतन स्थिति का सर्वे करना अनिवार्य है। अब जिले में 18 से लेकर 59 साल तक के लाभार्थियों को टीके की प्रीकॉशनरी डोज दी जायेगी। ऐसे में वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लाभार्थियों को ससमय प्रीकॉशनरी डोज लेने के लिए जागरूक करने आवश्यकता है। साथ ही, अब तक टीकाकरण से वंचित लोगों को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करना है। परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत बंध्याकरण एवं गर्भ निरोध के स्थाई-अस्थायी साधनों को अपनाने के लिए जागरूकता पैदा करने आदि के संबंध में भी बैठक में चर्चा की गई।

घर-घर जाकर ओआरएस के पैकेट का करें वितरण :

एमओआईसी डॉ. सुधीर कुमार ने कहा, इन दिनों जिले का तापमान लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को कड़ी धूप, लू व गर्म हवाओं से बचने के लिये लोगों को जागरूक करना जरूरी है। आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर आने वाले मरीजों को ओआरएस का पैकेट का वितरण करें। वहीं, गृह भ्रमण के दौरान भी बच्चों व गर्भवतियों को ओआरएस का पैकेट दें। साथ ही, लोगों को बिना कारण घर से बाहर न निकलने, अधिक से अधिक तरल पदार्थ का सेवन करने, मौसमी फल व सब्जियों का प्रयोग करने आदि के बारे में भी लोगों को जानकारी दें। ताकि, लोग लू व कड़ी धूप की चपेट में आने से बचे। उन्होंने बताया, 22 अप्रैल से जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जायेगा। इस क्रम में सभी आशा अपने अपने क्षेत्र के एक से 19 साल तक के बच्चों को चिन्हित करते हुये उन्हें अल्बेंडाजोल की दवा अपने सामने खिलाएंगी। वहीं, छूटे हुये बच्चों को दवा खिलाने के लिये 26 अप्रैल को मॉपअप राउंड भी चलाया जायेगा। इसके लिये माइक्रो प्लान के तहत कार्य करना है।

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