
भिवंडी पालिका आयुक्त के निजी सहायक (पी.ए) पर लगे आर्थिक भ्रष्टाचार का आरोप स्थायी समिति की आखिरी बैठक में हुई चर्चा
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jun 07, 2022
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भिवंडी।। 8 जून 2022 को भिवंडी पालिका के जनप्रतिनिधों की सत्ता का समापन होने जा रहा है। 9 जून से प्रशासकीय अधिकारी की सत्ता शुरू होगी। इसके पूर्व ही आज मंगलवार को स्थायी समिति सदस्यों की आखिरी बैठक की सभा में पालिका आयुक्त के निजी सहायक पद पर कार्यरत लिपिक श्रीकांत परदेशी पर अपने पद का दुरुपयोग व भष्ट्राचार करने सहित शैक्षिक योग्यता अथवा आयु सीमा को पूरा ना होने के बावजूद अश्वति प्रगति योजना का लाभ उठाने का आरोप स्थायी समिति सभापति संजय म्हात्रे ने लगाया है।
आज स्थायी समिति के बैठक सभा में सभापति म्हात्रे ने लिखित पत्र देकर मांग किया है पालिका के सेवा में मूल नियुक्ति लिपिक होने के बावजूद कई आयुक्तों के कार्यावधि में निजी सहायक ( पी.ए.) पद पर कार्य करने वाले श्रीकांत परदेशी कई भष्ट्राचार में शामिल होने के साथ साथ उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने आपको 12 वर्ष के ऊपर पालिका सेवा में कर्मचारियों की श्रेणी में रखवाकर अश्वति प्रगति योजना अंर्तगत वित्तीय लाभ लिया है। बतादें कि पालिका के सेवा में जो कर्मचारी 12 वर्ष सेवा पूरी कर ली है लेकिन विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की है अथवा आयु सीमा में बैठने वाले वाले ऐसे कर्मचारियों को 12 और 24 वर्ष की सेवा पूरी करने पर विशेष अश्वति प्रगति योजना के तहत वित्तीय लाभ दिया जाता है।
किन्तु वर्तमान आयुक्त के निजी सहायक लिपिक श्रीकांत परदेशी ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए स्थापना विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों पर दबाव बनाकर स्वयं अपनी फाइल बनवाकर आश्रित प्रगति योजना का वित्तीय लाभ लिया है। जिसके कारण पालिका के वित्तीय नुकसान व धोखाधड़ी करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग वर्तमान स्थायी समिति सभापति संजय म्हात्रे ने खुद इस बैठक के दरमियान निवेदन पत्र कर किया है।
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