डोभी ब्लाक के बोदरी गाँव में गरीबों को नहीं मिल रहा पीएम आवास योजना का लाभ

जौनपुर ॥ डोभी ब्लाक के ग्राम पंचायत बोदरी में गरीब परिवार टूटी-फूटी झोपड़ी में पन्नी तानकर रहने को मजबूर हैं। इन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का अभी तक लाभ नहीं मिल सका है। परिवारों को लाभ नहीं मिलने से सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर सवाल है। कहने के लिए ब्लाक में प्रतिवर्ष सैकड़ों प्रधानमंत्री आवास आवंटित किए जाते हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी गरीब है जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाता है।


बोदरी गांव के दुधनाथ राजभर पुत्र सत्तन राजभर, रघुनाथ राजभर पुत्र  गिरधारी राजभर के घर की हालत काफी खराब है। वही एक टूटी- झोपड़ी नुमा घर है। घर की छत पर पोलीथिन बांधकर जीवन जीने को विवश है। गर्मी, ठंड और बारिश होने पर परिवार झोपड़ी के घर में रात गुजारते हैं। दुधनाथ, रघुनाथ ने बताया कि कई बार आवास के लिए ग्राम प्रधान ग्राम विकास अधिकारी व विभिन्न शिविर के माध्यम से आवेदन जमा किये हैं, लेकिन अभी तक केवल आश्वासन ही मिल सका है। कोटे की दुकान से जो राशन मिलता है उससे जैसे-तैसे पेट भरा जा रहा है। अपने दम पर घर बनाना सपना है। सरकार की योजना का लाभ मिले तो सिर पर पक्की छत हो सकती है। इसी गांव के रघुनाथ राजभर का कहना है कि कच्ची दीवार पर छप्पर तानकर गुजर-बसर हो रहा है। पहले ठंड ने परेशान किया फिर गर्मी बरसात रूला रही है। उनका आरोप है कि अमीरों के सिर पर प्रधानमंत्री आवास का ताज पहना दिया जाता है, लेकिन गरीब इस योजना से वंचित हैं। ग्राम प्रधान से लेकर ब्लाक के हुक्मरानों से आवाज लगाई गई, लेकिन कोरा आश्वासन ही मिल सका है। जाड़े की रात बड़ी परेशानी से गुजरी है। वही कहना है कि जब तेज हवा व ठंड चलती है तो रात गुजारना कठिन हो जाता है। मजदूरी करके जीवन कट रहा है। आवास बनाने के बारे में सोच भी नहीं सकते। योजना के बारे में सुना तो दिल में आस जगी कि हमें भी पक्का मकान नसीब होगा। लेकिन अभी तक आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका है।

रिपोर्टर

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