बेटी को न्याय दिलाने के लिए दर-दर भटक रहा पीड़ित पिता,नहीं सुन रहे थानाध्यक्ष

प्रार्थना पत्र देने के एक हफ्ते के बाद भी नहीं दर्ज हुई एफआईआर


 सरपतहांँ ।। थाना क्षेत्र के कोहड़ा गांव निवासी दिलचैन पुत्र मुंशीलाल द्वारा एक लड़की को घर के लोगों के रात में सोते समय भगा ले जाने का मामला प्रकाश में आया है।उपरोक्त प्रकरण के संबंध में लड़की के पिता ने थाने में 19 तारीख को ही प्रार्थना पत्र देकर मामले के बारे में अवगत कराया था। किंतु करीब एक हफ्ते के बाद भी भगाने के आरोपी के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज नहीं हुई।लड़की के पिता ने आरोप लगाया है कि लड़की  ₹12500 की मोबाइल, ₹100000 के आभूषण तथा 35 हजार नगद कैश लेकर फरार हो गई।पीड़ित पिता और परिजनों ने गांव तथा नाथ रिश्तेदारों के यहां खोजबीन की परंतु कहीं भी कोई पता नहीं चला।

उपरोक्त मामले की जानकारी तब हुई जब 18 नवंबर को मोबाइल फोन से घर के मोबाइल पर लड़की ने फोन करके बताया कि आरोपी लड़का रात में घर आया और मुझको झांसा देकर अपने साथ भगा लाया और  फर्जी तरीके से अंबेडकर नगर जनपद की अकबरपुर तहसील में नरसिंह यादव पुत्र राजाराम व अमरदेव यादव पुत्र रामकुमार को साथ लेकर दबाव डालकर एक नोटरी मैरिज फोटो लगाकर जबरदस्ती हस्ताक्षर बनवा लिया। कॉपी की एक प्रति व्हाट्सएप के जरिए मोबाइल पर भेज दिया गया और लड़की ने स्वीकार किया कि मोबाइल,आभूषण  उसके पास है और वह घर नहीं जाने दे रहा है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि थानाध्यक्ष ने आरोपी को थाने पर बैठाया और राजनीतिक दबाव के चलते लड़के को छोड़ दिया और तहरीर भी नहीं लिखी गई।पीड़ित ने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत करके न्याय की गुहार लगाई है।राष्ट्रपति,राज्य महिला आयोग ,पुलिस अधीक्षक जौनपुर तथा पुलिस महानिदेशक लखनऊ उत्तर प्रदेश को प्रार्थना पत्र देकर न्याय और कार्रवाई की मांग की है।थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि लड़के और लड़की  दोनों बालिग हैं और दोनों शादी कर चुके हैं और उनका बयान दर्ज कर लिया गया है।

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