पूर्वांचल विश्वविद्यालय में चार दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में दिखा उत्तर-दक्षिण का संगम

काम अपने लिए नहीं समाज के लिए हो उपयोगीः मनजीत सिंह नायर

विश्वविद्यालय की ऊर्जा का समुचित उपयोग होः प्रो. निर्मला एस. मौर्य


जौनपुर ।। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय और गुरुनानक कालेज  (स्वात्तशासी) चेन्नई की ओर से चार दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन समारोह सोमवार को आर्यभट्ट सभागार में किया गया है। कार्यशाला का विषय इंटर इंस्टीट्यूशनल एकेडिमिक एंड एडमिस्ट्रेटिव क्वालिटी इंम्प्रूवमेंट है ।

उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि गुरुनानक कालेज (स्वायत्तशासी) चेन्नई के जनरल सेक्रेटरी मनजीत सिंह नायर ने कहा कि किसी भी संस्था के उन्नयन और विकास में वहां के सभी लोगों की भागीदारी होती है। उन्होंने कहा कि हमें अपने काम के साथ-साथ यह भी ध्यान देने की जरूरत है कि हम अन्य  कितने लोगों को प्रोत्साहित करके सकारात्मक दिशा दिखा सकते हैं। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हमारे काम से समाज का भला हो रहा है कि नहीं। कहा कि किसी भी संस्था का संसाधन ही वहां के विद्यार्थियों को आकर्षित करता है। उन्होंने सलाह दी कि हम जो भी करें उसका डाटाबैंक बनाकर रखें ताकि समय पर उसे प्रस्तुत कर पाएं। 

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के लोगों में ऊर्जा की कमी नहीं है बस इसका उपयोग कौशल और समुचित ढंग से करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कक्षा विद्यार्थियों में श्रवण, वाचन, पठन और लेखन की आवश्यकता है, ताकि विद्यार्थी के मन में भटकाव न हो। आज की युवा पीढ़ी तेज और बहुत समझदार है बस उसे सिखाने की जरूरत है।

चेन्नई आईक्यूएसी की समन्वयक डा. स्वाति पालीवाल ने कहा कि विद्यार्थी को कक्षा की हर चीज जीवन में काम नहीं आ सकती लेकिन वह उसके व्यक्तित्व निर्माण में जरूर सहायक होगी। उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान  की ब्राडिंग उसके शिक्षक और विद्यार्थी से होती है। कार्यशाला की  समन्वयक  गुरुनानक कालेज चेन्नई की डा. डाली ने कहा कि दोनों संस्था संयुक्त रूप से रिसर्च प्रोग्राम चलाएंगी। विद्यार्थियों को ई –मेटेरियल उपलब्ध कराएगी। साथ ही शिक्षक, विद्यार्थी और प्रशासनिक अधिकारियों  को  भी एक- दूसरे के यहां आने जाने का मौका देगी। कार्यशाला में पीयू के  समन्वयक  डा. मनोज पांडेय ने विश्वविद्यालय का विस्तृत परिचय के साथ कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की। अतिथियों का स्वागत आईक्यूएसी सेल के समन्वयक प्रो. मानस पांडेय, संचालन प्रो. मुराद अली और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अजय द्विवेदी ने किया। गुरुनानक कालेज की ओर से कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, डा. एस. सावित्री, डा. पी. क्रिस्टी, डा. सौम्यकांत सारंगी, डा. विजय कुमार, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. वंदना राय, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. रजनीश भास्कर, डा. राजकुमार, डा. मनोज मिश्र, प्रो. राकेश यादव, डॉ. राहुल सिंह, डा. संजीव गंगवार, डा.. रसिकेश, डा. आशुतोष सिंह, डा. प्रमोद कुमार यादव, डा. गिरधर मिश्र, डा. जाह्नवी श्रीवास्तव, डा. अमरेंद्र सिंह, डा. सुनील कुमार, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. विनय वर्मा, डा. परमेंद्र सिंह, डा. पूजा सक्सेना, डा. आलोक दास आदि उपस्थित थे।

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