ग्रामीण क्षेत्र में पुस्तकालय से शैक्षणिक स्तर होगा ऊंचा प्रो.इंदुशेखर उपाध्याय



नारायण ज्ञान धाम का मनाया गया चौथा स्थापना दिवस समारोह


  कादीपुर। तहसील क्षेत्र के करौदीकला विकासखंड क्षेत्र के बीबीपुर गांव में नारायण ज्ञान धाम पुस्तकालय का चौथा स्थापना दिवस समारोह 15 फरवरी को अत्यंत धूमधाम एवं उत्साह पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि के रूप में संत तुलसीदास पीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर इंदु शेखर उपाध्याय ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ किया।मंचासीन अतिथियों का माल्यार्पण करके स्वागत किया गया।मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में पुस्तकालय की स्थापना  ग्रामीण परिवेश में शिक्षा और व्यक्तित्व के विकास हेतु अत्यंत सार्थक एवं महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि ज्ञान,शिक्षा और संस्कार को जीवन में  अमल में लाना चाहिए तभी छात्रों में बहुमुखी प्रतिभा का विकास हो सकता है।उन्होंने शिक्षकों एवं अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों द्वारा अच्छे कार्य करने पर उनकी मुक्त कंठ से प्रशंसा करनी चाहिए।छात्रों में भय का माहौल उत्पन्न न करते हुए उन्हें प्रोत्साहित करके सकारात्मक दिशा की तरफ अग्रसर किया जा सकता है। पूर्व प्राचार्य ने अपने वक्तव्य में कहा कि ज्ञान रूपी अखंड ज्योति छात्रों में जागृत होने से अज्ञान रूपी अंधकार अपने आप दूर हो जाएगा।उन्होंने कहा कि गुरु किताबी ज्ञान के अतिरिक्त ज्ञान तथा अनुभव प्रदान करता है।


 समारोह की अध्यक्षता  राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित श्री गांधी स्मारक इंटर कॉलेज समोधपुर के पूर्व प्रधानाचार्य एवं उत्तर प्रदेश भारत स्काउट गाइड के जिला मुख्यायुक्त डा.रणजीत सिंह ने किया।अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अपने हृदय के भाव प्रकट करते हुए डा.सिंह ने कहा कि यह पुस्तकालय बच्चों की प्रतिभा को तराशने एवं निखारने का सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने ग्रामीण स्तर पर शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के इस नेक कार्य की भूरि- भूरि प्रशंसा की। इससे ग्रामीण परिवेश के छात्र न केवल लाभान्वित हो रहे हैं बल्कि विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं में लाइब्रेरी की पुस्तकें उनकी मददगार साबित हो रही हैं। आम जनमानस से उन्होंने आह्वान किया कि अपने बच्चों को लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए जरूर भेजें।उन्होंने कहा कि प्रतिभाएं किसी परिवेश की मोहताज नहीं है। इन्हीं ग्रामीण क्षेत्रों से पढ़ लिख कर तमाम प्रशासनिक न्यायिक विज्ञान कृषि आदि विभिन्न क्षेत्रों में देश-विदेश में छात्र ऊंचे पदों पर आसीन हैं।नई पीढ़ियों में संस्कार के विलुप्त होने पर उन्होंने चिंता जताई।


इंटर कॉलेज समोधपुर के रसायन विज्ञान के पूर्व प्रवक्ता रामलाल गुप्ता,लक्ष्मी नारायण सिंह,राणा प्रताप पीजी कॉलेज सुल्तानपुर के असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह,प्रियव्रत मिश्र, राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका डा.विभा शुक्ला, रामपाल मिश्र आदि लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। पुस्तकालय के संस्थापक एवं मुख्य आयोजक तथा सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक( आईजी) बीपी त्रिपाठी ने आभार एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।गांव के लोगों के मनों में लाइब्रेरी की पुस्तकों के प्रति बढ़ती रूचि एवं उत्साह के लिए बधाई दी। सामान्य ज्ञान की प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया।इस प्रतियोगिता में कक्षा 6 से लेकर स्नातक स्तर के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।संचालन डॉ. हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने किया। मौके पर उधरनपुर के ग्राम प्रधान संजय मिश्र,शिव शरण सिंह, डा. अरविंद  दुबे, देवेश त्रिपाठी, मोहन सिंह,दिव्या त्रिपाठी सहित क्षेत्र के संभ्रांत नागरिक मौजूद रहे।

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