भिवंडी पालिका के प्रभाग समिति तीन अंर्तगत घरपट्टी विभाग में भारी भष्ट्राचार
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Aug 28, 2023
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आयुक्त अजय वैद्य नहीं कर रहे है कर्मचारियों के मूल पदों पर तबादला
भिवंडी।। भिवंडी पालिका के प्रभाग समिति क्रमांक तीन अंर्तगत हाउस टैक्स वसूल करने, बिल वितरण करने के लिए पालिका प्रशासन की ओर से 22 भूभाग क्लर्क नियुक्ति किये गये है। हालांकि क्लर्क दर्जे के कर्मचारियों की कमी होने के कारण 16 सफाई कर्मचारियों को वसूली करने व बिल वितरण करने हेतु प्रभारी भूभग क्लर्क की जिम्मेदारी दिया गया है। ऐसे सफाई कर्मचारियों को वसूली का ज्ञान नहीं होने के कारण बड़े स्तर पर भष्ट्राचार करने के कई मामले उजागर हो चुके हैं। नागरिकों के हाउस टैक्स हस्तांतरण करने, वारिस हस्तांतरण करने, दिगरबाद करने जैसे अनेक मूलभूत कामों के लिए बकायदे फोनकर रिश्वत की मांग की जाती है। उक्त प्रकरण में रिश्वत नहीं देने पर उनके कार्यों को जानबूझकर कई दिनों तक पेंडिंग में डाल दिया जाता है। एक संपत्ति को शासन द्वारा रजिस्टर करने के बाद संपत्ति हस्तांतरण करने के नाम पर 2500 से 3000 रूपये तक रिश्वत की मांग की जाती है। इस रिश्वत के गोरखधंधा में छोटे कर्मचारियों से लेकर बड़े कर्मचारियों की हिस्सेदारी रहती है। इसी प्रभाग के वर्ष 2022 -23 के आर्थिक वर्ष में हाउस व पानी टैक्स 116 करोड़ 25 लाख 57 हजार 627 रूपये बकाया था। जिसमें से 22 क्लर्कों ने मिलकर पूरे वर्ष में केवल 20 करोड़ 86 लाख 6 हजार 136 रूपये वसूल सके। यानी बकाया रकम में से केवल 21.75 प्रतिशत रकम ही वसूल हो सका। अगर पूरे वर्ष की गणना करें तो प्रतिदिन लगभग 5 लाख 71 हजार 523.66 रूपये वसूली की आंकड़ा रहा। हलाकि इस वर्ष दिसम्बर से मार्च के आखिरी सप्ताह तक ब्याज माफी योजना होने के कारण कर दाताओं ने स्वयं प्रभाग समिति कार्यालय पहुंचकर कैस काउंटर पर कतार लगाकर टैक्स का भुगतान किया था। किन्तु इसका भी श्रेय वसूली क्लर्कों से प्रभारी क्लर्कों ने जमकर लिया है। हालांकि क्लर्क के मूल पद के कर्मचारियों की दरमाह वेतन लगभग 50 हजार से लेकर 90 हजार रूपये है। इसी तरह सफाई कर्मचारी से प्रभारी बने क्लर्को का वेतन 40 हजार से लेकर 27 हजार रूपये प्रतिमाह है। भिवंडी राकांपा सेवा दल के भिवंडी शहर अध्यक्ष देवानंद गौड़ ने ऐसे कर्मचारियों के उनके मूल पदों पर नियुक्ति करने की मांग किया है जिससे शहर में बढ़ती गंदगी को बेहतर तरीके से सफाई हो सके।
मूल क्लर्क :
बी.आर कुंडकर, किरण भोईर, दादाराम जाधव, अजय गायकवाड़, विकास कोठे और आनंद जगताप।
सफाई कर्मचारी से बने प्रभारी क्लर्क :
चंद्रकांत पाटिल, किरण भोईर, जयंत पंडित, किशोर केणे, नितीन जामेकर, शिरीष तरे, महेन्द्र तांबे, विकास सोनावणे, दिगंबर चौधरी, सचिन जाधव, मिलिंद म्हात्रे,प्रमोद बैकर,विनोद जाधव।


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