निःस्वार्थ भाव से जुड़कर लोगों की सेवा करना ही धर्म की सबसे बड़ी सेवा है - डॉ. सांध्य यादव

वाराणसी ।। विश्व गर्भनिरोधक दिवस हर साल अलग-अलग लोगों द्वारा इस वर्ष भी मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 26 सितंबर 2007 को हुई थी. इस दिन को गर्भनिरोधक का उद्देश्य गर्भनिरोधक के बारे में जागरूकता फैलाना, उपलब्ध विभिन्न गर्भनिरोधक और संयुक्त प्रतिभागियों को लाभ है।

 गर्भनिरोधक का महत्वपूर्ण हिस्सा पोर्टफोलियो, एसोसिएट्स के बीच अंतर, परिवार नियोजन और जनसंख्या नियंत्रण है।

इसके अलावा यदि किसी अन्य उपकरण और गर्भनिरोधक का उपयोग किया जाता है तो इससे मातृ बाल स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है। विश्व गर्भनिरोधक दिवस का उद्देश्य वर्तमान में युवा पीढ़ी को यौन परामर्श देना है। लोगों को समय-समय पर कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए इस विषय में जानकारी दी जाती है।

सबका एक नारा है - 'आपका भविष्य-आपकी पसंद, आपका गर्भ धारण उपाय'।

वहां विभिन्न गर्भनिरोधक तरीके उपलब्ध हैं जैसे कि अवरोधक गर्भनिरोधक कैप्सूल, अंतर्गर्भाशयी गर्भनिरोधक उपकरण (कॉपर टी, मल्टीलैड), मेडिकलपीए इंजेक्शन जैसे।

भारत के लोगों में विशेष कर युवा पीढ़ी में यौन जागरूकता बढ़ाने और अलोकतांत्रिक आरक्षण के उपायों के बारे में बताया गया है। शहरों में ही नहीं लोगों को इसके बारे में जानकारी दी गई है।

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