पावरलूम उद्योग में छाई भयंकर मंदी से मुक्ति दिलाने के लिए वस्त्रोद्योग मंत्री को दिया ज्ञापन।

भिवंडी ।लगभग पूर्व 3 वर्षों से पावरलूम उद्योग में छाई भयंकर मंदी, यार्न की सट्टाबाजारी समाप्त कर इसकी कीमत पाक्षिक व मासिक रूप से स्थिर की जाए,बाजली बिल में की गई वृद्धि, जीएसटी, चायना व अन्य देशों की तुलना में हमारा कपडा महंगा तैयार हो रहा है जिससे हमारे कपडे की विक्री कम हो रही है, बिजली संबंधित विभाग महावितरण, एमईआरसी, महाजेनको आदि द्वारा खेले जा रहे खेल को बंद किया जाए। इस प्रकार की व्याप्त समस्याओं का समाधान किया जाए।उक्त प्रकार की समस्याओं को लेकर आज पावरलूम मालिकों की गठित पावरलूम बचाओ समिति,भिवंडी द्वारा अरफात शेख की अध्यक्षता में भिवंडी प्रांत कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना आंदोलन किया गया। तथा प्रांताधिकारी डॉ मोहन नलदकर के माध्यम से केंद्रीय वस्त्रोद्योग मंत्री,मुख्यमंत्री महाराष्ट्र,वस्त्रोद्योग मंत्री महाराष्ट्र,ऊर्जा मंत्री महाराष्ट्र, टेक्सटाइल आयुक्त मुंबई को ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन के माध्यम से पावरलूम उद्योग की समस्याओं को अवगत कराते हुए बताया गया है कि उक्त समस्याओं के परिणामस्वरूप 60 प्रतिशत कारखाने बंद हो चुके हैं, बहुत से पावरलूम मालिक व भारी संख्या में मजदूर यहां से पलायन कर रहे हैं जो दिनोदिन एक गंभीर समस्या बनते जा रही है, इसीलिए भिवंडी के पावरलूम कारखाना मालिकों ने गत 16 नवंबर से 30 नवंबर तक अपने अपने कारखाने को बंद करने का निर्णय लिया है ।इसलिए सरकार इसे तत्काल प्रभाव से गंभीरतापूर्वक संज्ञान में लेते हुए व्याप्त भयंकर मंदी आदि समस्याओं का समाधान करके उद्योग की सुरक्षा व्यवस्था की ठोस उपाय योजना बनाए इस प्रकार की मांग की है।उक्त अवसर पर अरफात शेख, सुरेश टावरे, एडवोकेट रशीद ताहिर मोमिन, प्रवीण पाटिल, राकेश पाटिल, रिजवान अहमद मिस्टर, हसनैन फारूकी, नूरूल ऐन शेख, इश्कियाक अंसारी, अब्दुल मन्नान सिद्दीकी, अबु जर खान, वसीम शेख, एजाज अंसारी, अब्दुल्लाह खान, आलमगीर ,सलाम बस्ती वाला  आदि भारी संख्या में पावरलूम कारखाना मालिक व सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी  उपस्थित थे। 

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