संविदा कर्मचारी भर्ती का पाप महाविकास आघाडी का बताकर भिवंडी भाजपा ने किया तीव्र आन्दोलन

भिवंडी।। पिछले एक महीने से संविदा भर्ती का मुद्दा चर्चा में है। वही महायुति के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने घोषणा की कि सरकार के संविदा भर्ती अध्यादेश को रद्द कर दिया गया है और पलटवार करते हुए कहा कि संविदा भर्ती प्रणाली कांग्रेस राष्ट्रवादी पार्टी के सरकारों के समय शुरू हुई थी और जब उद्धव बालासाहेब ठाकरे मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने संविदा भर्ती से संबंधित नौ कंपनियों को अनुबंध दिया था। 

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले द्वारा दिये गये आदेश के बाद भिवंडी भाजपा शहर अध्यक्ष एडवोकेट हर्षल पाटिल के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आन्दोलन करते हुए शरद पवार, उद्धव ठाकरे और पृथ्वीराज चौहान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनकी तस्वीरों पर महिला पदाधिकारियों से चप्पल जूतों से बौछार कर तीव्र निषेध जाहिर किया।  इस आन्दोलन में मुख्य रूप से भिवंडी शहर भाजपा अध्यक्ष एडवोकेट हर्षल पाटिल, भिवंडी पूर्व विधान सभा प्रमुख संतोष शेट्टी, महासचिव राजू गाजंगी, महिला मोर्चा अध्यक्षता सुनीता यशवंत टावरे, शहर उपाध्यक्ष सुमित पाटिल, यशवन्त टावरे, निष्काम भैरी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्याम अग्रवाल, रेखा पाटिल, कल्पना शर्मा, महिला पदाधिकारी वैशाली पाटिल, संगीता दोंदे, नंदन गुप्ता सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे। इस दौरान अध्यक्ष एडवोकेट हर्षल पाटिल ने कहा कि संविदा भर्ती का पाप कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस शिव सेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे की महा विकास आघाड़ी सरकार का है। उन्होंने इसकी शुरुआत 2004 में कांग्रेस राष्ट्रवादी आघाड़ी सरकार के दौरान की थी। महायुति सरकार ने शरद पवार, उद्धव ठाकरे और कांग्रेस पदाधिकारियों की ढोंगी सरकार का पाप उजागर किया है और राज्य के युवाओं के मन में भ्रम पैदा करने का काम किया जिसकी हम निंदा करते है।

रिपोर्टर

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