सुपारी और पान की टपरी वाले बेच रहे है जहर एफडीए ने की कई दुकानें सील

भिवंडी।। भिवंडी मजदूर बाहुल्य शहर है। यहां पर गोदाम क्षेत्र व कपड़ा उद्योग होने के कारण भारी संख्या में प्रवासी मजदूर कपड़ा कंपनियों व गोदामों में दिहाडी मजदूरी करने आते है। जिसके कारण यहां पर 24 घंटे होटले खुली रहती है। होटल मालिकों ने अपने आर्थिक फायदे के ख़ातिर होटल के बाहर सुपारी व पान की दुकान खोलकर भाड़े पर दे रखा है। पान की टपरी चलाने वाले इन टपरियों पर खुले आम प्रतिबंधित गुटखा, पान मसाला, सुंगाधित तंबाकू की बिक्री करते है। राज्य में गुटखा बिक्री व सुंगाधित तंबाकू की बिक्री व उत्पादन पर रोक लगा कर रखा है। इसके बावजूद शहर में बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित गुटखा, पान मसाला, सुगंधित तंबाकू बिक्री की शिकायतें ठाणे के एफडीए विभाग को प्राप्त हो रही थी कि शहर व आसपास क्षेत्रों में पान- सुपारी की दुकान टपरी वाले ' जहर ' बेंच रहे है। राज्य के अन्न व औषध प्रशासन ( एफडीए) विभाग ने पिछले एक माह से लगातार इन दुकानों लाखों रूपये का प्रतिबंधित गुटखा और सुंगाधित तंबाकू व सुपारी जब्त की है। इस मामले में कई दुकानों को सील की गई है। कई लोगों के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एफडीए विभागीय अधिकारियों ने पान टपरी चालकों के खिलाफ भादंवि की धारा 328 (खाने में जहर मिलना) सहित अन्य धाराओं और एफ एस एस ए आई 2006 के कानून के प्रावधानों के तहत अलग - अलग पुलिस थानों में मामला दर्ज कराया है।

एफडीए विभाग को बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित गुटखा और पान मसाला की अवैध बिक्री की शिकायतें मिली थी। इसके मद्देनजर एफडीए ने शहर व आसपास क्षेत्रों में भिवंडी पुलिस की मदद से कई दुकानो पर छापामार कर तलाशी ली‌। इन दुकानों - टपरियों द्वारा प्रतिबंधित गुटखा व तंबाकू बिक्री करने का खुलासा हुआ। एफडीए की शिकायत पर स्थानीय पुलिस ने ऐसे पान टपरी चालकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और इन दुकानदारों को गुटखा सप्लाई करने वाले माफियाओं पर शिकंजा कसने के इनकी तलाश की जा रही है। हालांकि सुपारी व पान की टपरी वाले एफडीए और पुलिस के डर से अपनी दुकानें दिनभर बंद रखते है। शाम होते हुए इनकी दुकानें फिर से गुलजार हो रही है। कुछ दुकानदार तो अब अपने घरों से पान व गुटखा की बिक्री कर रहे हैं।

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