जिलाधिकारी के आदेश पर मनमानी ढंग से संचालन कर रहे हैं निजी विद्यालयों के संचालक

जिला संवाददाता संदिप कुमार की रिपोर्ट 


कैमूर जिले में शुक्रवार को 42 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान रहा। भीषण गर्मी, चिलचिलाती धुप व देह जलाने वाली सुर्य की किरणें के बीच ठीक साढ़े 11 बजे के आसपास दर्जनों नौनिहाल स्कूल से पढ़ाई कर घर लौटते दिखें। जबकि 30 अप्रैल तक साढ़े 11 बजे से 4 बजे तक निजी/सरकारी विद्यालयों मे 10वीं कक्षा तक सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया था लेकिन कैमूर जिले में भीषण गर्मी और लू की स्थिति अब भी जारी है जिसका आगे भी जारी रहने की संभावना है जिसको देखते हुए न्यायालय के आदेश ज्ञापांन 275/विधी (न्या०) 20 अप्रैल 2024 द्वारा जारी आदेश में आंशिक संशोधन करते हुए सभी निजी/सरकारी विद्यालयों (प्री स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों सहीत) में 10वीं कक्षा तक सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर पूर्वाहन साढ़े 10 बजे से 4 बजे तक प्रतिबंध लगाते हुए प्रबंध अवधि को 15 मई तक कर दिया गया है एवं जिले भर में भीषण गर्मी व लू से बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर नहीं पड़े, जिले के शिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक गतिविधियां पूर्वाहन साढ़े 10 बजे से 4 बजे के बीच संचालन नहीं कराने का आदेश जारी किया है।


जबकि, निजी स्कूल संचालक डीएम के आदेश मानने को तैयार नहीं हैं। शुक्रवार को बेफ्रिक होकर आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए अपने मनमर्जी से कोई साढ़े 11 बजे तो कोई 12 बजे नौनिहाल को छुट्टी कर रहे है। या यूं कहा जाए कि डीएम के आदेश पर निजी स्कूल के संचालक भारी पड़ रहे है। ऐसा भी नहीं है कि केवल ग्रामीण इलाकें में आदेश की अवहेलना कर स्कूल का संचालन करायी जा रही है। बल्कि, शहरों में भी डीएम का आदेश का कोई असर नहीं दिख रहा है। मोहनिया में साढ़े 11 बजे से बारह बजे तक दर्जनों बच्चें स्कूल की छुट्टी होने पर जान जोखिम में अपने घर जाते दिखें। देह जलाने वाली गर्मी में भी अभिभावक विवशता में अपने जिगर के टुकड़े को अनचाहे मन से स्कूल भेजने को विवश हैं।आपदा प्रबंधन विभाग ने जारी गाइडलाइन में कहा है कि गर्मी के मौसम में बिहार में भीषण गर्मी के साथ लू चलने की प्रबल संभावना बनी रहती है। इसके कारण जन-जीवन प्रभावित होता है। मौसम विभाग एवं आपदा प्रबंधन द्वारा भी लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। जिला प्रशासन नौनिहालों के हित में फैसला तो लिया है, लेकिन, स्कूल संचालक मानने को तैयार नहीं है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट