जनता की सेवा करने की जज्बा ने मुझे राजनीति में आने के लिए किया प्रेरित

संवाददाता श्याम सुन्दर पांडेय की रिपोर्ट 

दुर्गावती (कैमूर)- बक्सर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय पत्याशी ने कहा काम व सेवा करने की जज्बा ने मुझे भारतीय राजनीति में नौकरी छोड़कर आने पर मजबूर किया। मैंने आईपीएस की नौकरी छोड़कर समाज की सेवा के लिए बक्सर संसदीय क्षेत्र से प्रति निधित्व करने का मन बनाया। लेकिन दुर्भाग्य रहा की मुझे बक्सर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के लोगों ने नहीं दिया। लेकिन सेवा करने का जो जज्बा हमारे पास था उसके संकल्प के लिए हम जनता के बीच में आने का फैसला किया और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में आ गया। यदि युवा और जनता मौका देगी तो मैं क्षेत्र का सेवा करने में कोई कोर कसर नहीं छोडूंगा ।मैं कोई राजनीतिक व्यक्ति नहीं हूं मैं एक पदाधिकारी हूं और जनता की सेवा करना जानता हूं।  निर्दलीय उम्मीदवार के पद पर मैदान में उतरे आईपीएस आनंद मिश्रा से जब सवाल पूछा गया भारतीय जनता पार्टी में आने का मन आप कैसे बनाएं और कौन सी नीति  भारतीय जनता पार्टी का आपको पसंद आया कि भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ने का आपने फैसला लिया  और पार्टी में चले आए। तो उन्होंने बताया मैं भारतीय जनता पार्टी के सरकार के कार्यक्रम यानी क्रिया कलाप से संतुष्ट था और मेरे अंदर भाव आया कि उसके क्रिया कलाप की व्यवस्था जनता नहीं पहुंच पा रही थी उसके द्वारा मिलने वाली हर सुविधा कैसे जनता तक पहुंचे यही भावना ने मुझे भारतीय जनता पार्टी में खींच लाया। इससे प्रभावित होकर मैं भारतीय जनता पार्टी में आया लेकिन पार्टी वादा करके मुकर गई और एक सच्चे ईमानदार कार्य करता को टिकट देना उचित नहीं समझी। पार्टी से टिकट उसे दिया गया जो बक्सर से और बक्सर के क्षेत्रीय भौगोलिक समस्याओं से दूर रहे है। मैं आर एस एस जुड़ा रहा हु और उसकी विचारधारा ने मुझे बक्सर की जनता की सेवा में आने के लिए प्रेरित किया। जब जनता की सेवा करना ही था तो क्या आप आरएसएस में से जुड़कर देश और जनता की  सेवा नहीं कर सकते थे इस पर आनंद मिश्रा ने कोई जवाब नहीं दी।

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