स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाए गए नए पंजीकरण नियम से मरीज हो रहे परेशान

जिला संवाददाता संदीप कुमार की रिपोर्ट 

कैमूर- भभुआं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों की इलाज के लिए बनाए गए पोर्टल परेशानी का कारण बन रही है। जिन सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सरकारी अस्पताल में पोर्टल की लांचिंग की गई। वह अब मरीजों के लिए मुसीबत साबित हो रही है। पहले अस्पताल में आने वाले मरीजों का नाम, उम्र, पिता का नाम एवं ग्राम कंप्यूटर पर लोड कर रजिस्ट्रेशन किया जाता था। अब अस्पताल आने वाले मरीजों को ऑनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है।ज्यादातर लोगों को पंजीकरण के नए नियमों के बारे में जानकारी का अभाव है। नतीजतन सुदूर इलाके से आए वैसे मरीज जो पढ़े लिखे नहीं है उनको जानकारी नहीं है ना उनके पास एंड्रॉयड मोबाइल है जिससे पंजीकरण करा सके वहीं अस्पताल कर्मियों के द्वारा सही जानकारी नहीं देने के अभाव में एक महिला पिछले तीन दिनों से कुत्ता के काटने के बाद रेबीज का इंजेक्शन लेने से वंचित रह गई है उसे पिछले तीन दिनों से अस्पताल कर्मियों के द्वारा कभी इमरजेंसी सेवा तो कमी काउंटर पर पंजीकरण कराने के लिए भेजा जा रहा है उन्हें बैरंग लौटना पड़ रहा है। इससे इलाज के लिए अस्पताल आने वाले मरीज परेशान हैं। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर डाटा एंट्री ऑपरेटर मरीजों को सही जानकारी नहीं दे पा रहे हैं जिससे मरीज जो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है  सही जानकारी उपलब्ध नहीं रहने वाले मरीजों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। ऐसी स्थिति में अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों की भीड़ उमड़ रही है और अस्पताल प्रबंधन मौन है।

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