
बूंदाबांदी बारिश से हुई बाजार बदसूरत
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, ब्यूरो चीफ कैमूर
- Jun 24, 2024
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संवाददाता श्याम सुंदर पांडेय की रिपोर्ट
दुर्गावती(कैमूर)--चिल चिल्लाती धूप से राहत तो मिली लेकिन गर्मी के बाद अब उमस की शुरुआत हो गई जिसके कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। साधारण तौर पर हो रहे बूंदाबादी से तेज धूप से राहत तो मिला लेकिन इस बूंदाबादी की वजह से दुर्गावती बाजार की सूरत बदसूरत में बदल गई है। ग्रामीण इलाकों से आने वाले क्षेत्रीय जनता इन दिनों बाजार में कीचड़ से परेशान नजर आ रही हैं जिधर देखो उधर कीचड़ ही कीचड़ दिखाई दे रहा है। भीषण गर्मी में भी बाजार वासियों के घर से निकलने वाले बदबूदार जल तो लगे ही रहते थे लेकिन अभी साधारण बूंदाबांदी ने बाजार की मुश्किल है और बढ़ा दी है। बाजार वासियों के जल निकासी के लिए पहले भी नाली का निर्माण किया गया था जिसे बाजार वासियों के द्वारा ही उस नाली के ऊपर दुकान लगा करके पूरा भर दिया गया जिसके कारण जल निकासी का काम बाधित है। पुनःपुरे बाजार में जल निकासी के लिए नालियां बनी जो बनते ही कुछ ही महीना में बिगड़ गई जिसके कारण दुर्गावती बाजार के दोनों तरफ बने मकानो का जल पूरी तरह से रोड पर फैल जाता है और यात्रियों को चलना मुश्किल हो जाता है। सरकार द्वारा लाखों रुपए से निर्मित नालियां आज पूर्ण रूप से बंद पड़ी है लेकिन हिसाब किताब लेने वाला न सरकारी पदाधिकारी कोई है न कोई जनप्रतिनिधि। जिसका परिणाम है की सरकारी योजनाओं में हो रही घोर अनियमता का न कोई में माई है न कोई बाप । आए दिन सरकार की योजनाएं धरातल पर मूर्त रूप लेती जा रहे हैं लेकिन मामला यथावत बना हुआ है योजनाएं कितनी धरातल पर कामयाब हुई और कब तक कामयाब हुई क्या अपने समय की अवधि तक काम कर पाई या नहीं इसका हिसाब किताब को लेने वाला कोई नहीं है। 5 साल के बाद फिर चुनाव फिर कौन लेने वाला है हिसाब लोक तंत्र के खेल में जनता फेल है या नेता यह आम जनमानस को सोचना पड़ेगा लेकिन जनता तो बिखरी हुई है और 5 साल के बाद वही धुन जो पहले था और आज भी है के आधार पर वोट कर देती है। हम नेता को मूर्ख है या जनता को जिसका आत्म निरीक्षण स्वयं करना होगा।
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