
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में कार्यरत ही स्तंभ के लिए हैं नासूर
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, ब्यूरो चीफ कैमूर
- Jul 30, 2024
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अर्थ के लोभ में दायित्व का नहीं करते हैं निर्वहन
विगत दिनों सांसद द्वारा प्रेस कांफ्रेंस के मध्य लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में कार्यरत एक सदस्य के साथ किया गया अभद्रता अन्य रहें मौन
"सूत्रों की माने तो सामान्य लोकतंत्र की साख गिरवी रखकर जिला के 99% मीडिया कर्मी करते हैं कार्य"
जिला ब्यूरो चीफ की कलम से
कैमूर- जिला लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में कार्यरत ही स्तंभ के लिए है नासूर, अर्थ के लोभ में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के दायित्वों का नहीं करते हैं निर्वहन। आपको बताते चलें कि देश व प्रदेश के साथ ही कैमूर जिला में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में कार्यरत सदस्य ही लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के लिए नासूर बने हुए हैं। धरातल पर देखा जाए तो अक्सर यह देखने को मिलता है, कि अर्थ के लोभ में कलमकार बंधु अपने दायित्व का निर्वहन करने में असमर्थ दिखते हैं। जिला में कई बार अधिकारियों व माफियाओं के साथ ही अन्य लोगों के के द्वारा भी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के विरुद्ध हमला करना और अपमानित करने का कोई कसर नहीं छोड़ा गया। फिर भी जिला में अक्सर यह देखने को मिलता है की अर्थ के लोभ में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में कार्यरत कर्मी ही चौथे स्तंभ का नासूर बने हुए हैं। जो चंद पैसों की लोभ में किसी का भी महिमा मंडल करने लगते हैं।किसी एक कलमकार के साथ अभद्रता होता है, तो दूसरा कलमकार उसका विरोध ना कर चंद पैसों के लोभ में विरोधियों की खेमे में जाकर गले लग जाते हैं।बिते रविवार को सासाराम संसदीय क्षेत्र के मोहनियां विधानसभा के मोहनियां नगर में लोकसभा के एक सदस्य द्वारा प्रेस कांफ्रेंस के मध्य एक कलमकार बंधु के साथ अभद्रता करते हुए घोर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया। फिर भी कलमकार बंधुओ द्वारा सांसद के और आपत्तिजनक शब्दों का विरोध ना कर सांसद के संभाषणों का महिमा मंडन किया गया,जो कि बहुत ही शर्मनाक है। स्थानीय सूत्रों की माने तो लोकतंत्र की साख गिरवी रखकर मीडिया कर्मी करते है कार्य। मामले की जानकारी मिलने पर कैमूर यूनियन किसान संघ के संस्थापक सदस्य सह पूर्व कलमकार पंकज कुमार के द्वारा भी सांसद द्वारा की गई अभद्रता का निंदा करते हुए कहा गया, की कैमूर में पत्रकार बंधुओ को डराने की कोशिश हो रही है, यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जाना चाहिए। राजनीतिक दबाव में लेने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। मीडिया का काम है, सवाल करना और अगर मीडिया सवाल कर रहा है, तो कोई भी नेता या जनप्रतिनिधि मीडिया से जुड़े लोगों को दलाल कैसे बोल सकते है ? क्या मीडिया हाउसेस दलाली करता हैं ? कैमूर के सभी प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, यूट्यूब से जुड़े पत्रकार बंधुओ से अनुरोध है कि आपकी जो संप्रभुता पर हमला किया जा रहा है। आपकी स्वायत्तता पर जो हमला किया जा रहा है। उसके खिलाफ एकजुट होइए। मोहनियाँ में घटी घटना जिले को शर्मसार किया है। इसके विरुद्ध सभी मीडिया कर्मियों को संयुक्त रूप से ऐसे नेता मादारियों का बहिष्कार किया जाना चाहिए साथ ही इस तरह के निम्न विचार के नेताओं के कार्यक्रम से दूरी बनाकर रहना चाहिए। यह सोचने का विषय है कि उक्त सांसद का संसदीय क्षेत्र अन्य है उसके संसदीय क्षेत्र में कलमकारों के द्वारा उसके इस तरह की हरकतों की वजह से कोई भी तव्वजो नहीं दिया जाता है, फिर भी इस क्षेत्र के कलमकार ऐसे नीच मानसिकता के लोगों के पास जाते ही क्यों है।
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