
अशोकनगर वासी उड़ती धूल से बेहाल
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Sep 24, 2024
- 215 views
बिल्डर और प्रशासन की लापरवाही उजागर
भिवंडी। शहर के पोश इलाके अशोकनगर के निवासी इन दिनों उड़ती धूल और कीचड़ से बुरी तरह परेशान है। स्थानीय निवासियों के लिए घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। क्योंकि मिट्टी और धूल सड़कों पर ही नहीं बल्कि घरों, मंदिरों और रसोई तक पहुंच रही है। सीमेंट कंक्रीट से बनी सड़कें अब मिट्टी और कीचड़ में बदल चुकी है जिस पर पैदल चलना भी कठिन हो गया है।
गौरतलब हो कि भिवंडी महानगर पालिका मुख्यालय के पास स्थित अशोक नगर की खाली पड़ी जमीन पर शक्ति ग्रुप बिल्डर ने बहुमंजिला इमारतों का निर्माण कार्य जोरों से चल रहा है। बिल्डर ने 20-25 फुट गहरी खुदाई कर कालम बनाने का काम शुरू किया है और खुदाई से निकलने वाली मिट्टी ट्रकों में भरकर कहीं और ले जाई जा रही है। हालांकि इस काम में उचित सावधानी न बरतने की वजह से आसपास की सड़कों पर मिट्टी और धूल जमा हो रही है। हल्की बारिश होते ही यह कीचड़ में बदल जाती है और बारिश थमते ही धूल उड़ने लगती है। अशोकनगर के निवासियों की सेहत पर इसका गंभीर असर पड़ रहा है। धूल के कारण लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है, और घरों में खाना बनाना भी दूभर हो गया है। धूल का यह आलम है कि रसोई घरों में भी साफ-सफाई करना मुश्किल हो रहा है। बिल्डर और प्रशासन की लापरवाही के चलते यह समस्या विकराल रूप लेती जा रही है लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ठेकेदार द्वारा जुर्माना, लेकिन समस्या बरकरार :::::::
पालिका के आरोग्य व स्वच्छता विभाग ने सफाई ठेकेदार रेयान इंटरप्राइजेज के माध्यम से बिल्डर पर 10,000 रुपये का जुर्माना ठोका है लेकिन यह कार्रवाई सिर्फ दिखावे की साबित हो रही है क्योंकि समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है। बिल्डर पर जुर्माना लगने के बावजूद न तो सड़क की सफाई की जा रही है और न ही उड़ती धूल को रोकने के लिए कोई उपाय किए जा रहे है। अशोकनगर के वासियों में इस स्थिति को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। लोगों का कहना है कि प्रशासन और बिल्डर दोनों ही जनता की परेशानियों को नजरअंदाज कर रहे हैं। यह समस्या सिर्फ एक स्वच्छता की नहीं,बल्कि स्वास्थ्य और सुरक्षा की भी है। अगर जल्द ही इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। अशोकनगर के वासियों की तकलीफों का अंत कब होगा, इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है। बिल्डर और प्रशासन की अनदेखी ने लोगों को धूल और कीचड़ के बीच जीने पर मजबूर कर दिया है। अगर प्रशासन ने समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया, तो आने वाले दिनों में यहां की स्थिति और भी विकट हो सकती है।
रिपोर्टर