वाचन प्रेरणा दिवस पर वाचन मंदिर और दादासाहेब दांडेकर विद्यालय द्वारा शालेय वकृत्व स्पर्धा का आयोजन

भिवंडी। वाचन मंदिर और दादासाहेब दांडेकर विद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से भारतरत्न डॉ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम की जयंती के अवसर पर वाचन प्रेरणा दिवस मनाया गया।इस मौके पर शालेय विद्यार्थियों के लिए "मैंने पढ़ी हुई पुस्तक" विषय पर वकृत्व स्पर्धा का आयोजन किया गया। इस स्पर्धा में 22 विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपनी पसंदीदा पुस्तकों पर मनोगत व्यक्त किया।कार्यक्रम के दौरान, दादासाहेब दांडेकर विद्यालय के मुख्याध्यापक दीपक लेले ने विद्यार्थियों को वाचन की महत्ता समझाते हुए कहा, "वाचन से बौद्धिक विकास होता है और इसका महत्त्व जीवन के हर क्षेत्र में है। डॉक्टर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने भी वाचन से अपना अलग विश्व बनाया था, और छात्रों को भी वाचन से अपने जीवन में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करना चाहिए।"

वाचन मंदिर के अध्यक्ष सुधीर सिंगासने ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा, "इस तरह की स्पर्धाओं से छात्रों में वाचन की रुचि बढ़ती है और वे पुस्तकों से ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।" स्पर्धा में समीक्षा संतोष सकपाल को प्रथम स्थान,राजनंदिनी प्रमोद ठाणेकर को द्वितीय और आकाश आसिफ पिंजारी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। कोमल सतीश भोईर को उत्तेजनार्थ पुरस्कार दिया गया।विजेताओं को वाचन मंदिर की ओर से नकद राशि और पुस्तकें भेंट की गईं। इस अवसर पर वाचन मंदिर के अध्यक्ष सुधीर सिंगासने, विद्यालय के मुख्याध्यापक दीपक लेले, शिक्षिका कांता धोंडाले, परीक्षक नीलम गोरेकर, और वाचन मंदिर के अन्य प्रमुख सदस्य उपस्थित थे।

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