
93 मौजा के किसान अपने गांव के सामने धरना स्थल पर एनएचएआई का किया पुतला दहन
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, ब्यूरो चीफ कैमूर
- Jan 04, 2025
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जिला संवाददाता संदिप कुमार
किसानों ने एनएचएआई के खिलाफ खोला मोर्चा
कैमूर (चांद)- उचित मुआवजा की मांग को लेकर आंदोलन कर किसानों ने एनएचएआई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एनएचएआई के मनमानी रवैये से परेशान किसानों ने रविवार को 93 मौजा में धरना स्थल पर एनएचएआई का पुतला दहन किया। किसानों ने शनिवार को भारत माला परियोजना बनारस रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य के लिए एनएचएआई से अधिकृत पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी के बेस कैंप स्थल मसोई में अनिश्चितकालीन धरना जारी रखे हुए हैं। किसानों के अनिश्चितकालीन धरना का 207 दिन पुरा हो गया है। अनिश्चितकालीन धरना में किसानों ने आरोप लगाया की एनएचएआई के अधिकारियों ने जिला भू अर्जन पदाधिकारी को मिलाकर भूमि अधिग्रहण में अनियमितता कराई है। किसानों ने कहा एनएचएआई ने भूमि अधिग्रहण में कैमूर जिले के अधिकारियों को प्रलोभन देकर भूमि अधिग्रहण कानून अवहेलना की है। रविवार को किसान 93 मौजा के किसान अपने गांव के सामने एक दिन एक समय एक साथ किसान एनएचईआई ( भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) का पुतला दहन कर विरोध व्यक्त किये। पुतला दहन में लगभग 10 हजार किसान शामिल हुए। किसानों ने पिछले रविवार को भूमि अधिग्रहण का एवार्ड की प्रति जलाए थे। जानकारी देते हुए विमलेश पाण्डेय अध्यक्ष किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर ने कहा किसान एनएचएआई के रैवेये से परेशान हैं। उन्होंने ने कहा किसान सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। अध्यक्ष ने कहा किसान सभी संस्थाओं का विरोध करेंगे जो किसानों के हित के विरोध में काम कर रही है। विमलेश पांडेय ने कहा भूमि अधिग्रहण में उचित मुआवजा की मांग कर किसानों के साथ बिहार सरकार की बेरूखी आने वाले विधानसभा चुनाव में खमियाजा भुगतना पड़ सकता है।
विधानसभा चुनाव में किसान सत्ता धारी दलों का विरोध करेंगे। आगे किसान आंदोलन की खुलासा करते हुए अभिमन्यु सिंह अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन कैमूर ने कहा किसान एनएचएआई के पुतला दहन के बाद अगले रविवार को बिहार सरकार एवं केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों का पुतला दहन करेंगे। उन्होंने ने कहा बिहार सरकार के द्वारा किसानों की उचित मुआवजा की मांग की अनदेखी करने पर जेल भरो अभियान चलाएंगे। अध्यक्ष ने कहा किसानों को भारत माला परियोजना बनारस रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की उचित मुआवजा की घोषणा किए बिना औद्योगिक पार्क के लिए 1000 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करने का विरोध किया। उन्होंने ने कहा किसानों को उचित मुआवजा दिए बिना भूमि अधिग्रहण किया जाना गलत है। किसान पसाई, मईडाढ, बसिनी, गंगापुर, ढेकहरी, ओरा, गंगापुर, ठकुरहट, बिजरा, रामपुर, कुसडेहरा, भैरोपुर, दुमदुम, सहारनपुर, ढढनिया, गोरहन, जगरिया, बिउर, दुलहरा, बेतरी, सीवो, ददरा, बिरना ,सिकन्दरपुर, मसोई, मोरवा, गेंहुआ, वैरी, भेरी, खैंटी, बघैला, सरैला, चांद, गोंई, सहबाजपुर, जिगिना एवं सिहोरिया आदि 93 मौजा के 10 हजार किसान पुतला दहन करेंगे। अनिश्चितकालीन धरना में भुपेंद्र सिंह अवधेश सिंह ठाकुर प्रसाद गोंड रामकेशी राम सचिदानंद सिंह पप्पू चौबे आदि किसान उपस्थित थे। भारत माला परियोजना एक्सप्रेस-वे के लिए 93 मौजा के किसानों की 2 हजार एकड़ से अधिक भूमि अधिग्रहण की गई है। किसानों को वर्तमान बाजार मूल्य से बहुत ही कम मुआवजा दिया जा रहा है।कम मुआवजा का विरोध कर रहे किसानों ने 1करोड 28 लाख रुपए प्रति एकड़ कृषि भूमि की मुआवजा की मांग कर रहे हैं।
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