भारतमाला परियोजना के अंतर्गत रामपुर अंचल के ठकुरहट मौजा में की गई जनसुनवाई एवं भूमि नापी

जिला संवाददाता संदीप कुमार की रिपोर्ट 

कैमूर – जिला पदाधिकारी के निर्देशानुसार भारतमाला परियोजना (एक्सप्रेसवें फेस-2) के अंतर्गत रामपुर अंचल के ठकुरहट मौजा में प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण को लेकर जनसुनवाई एवं भूमि नापी की प्रक्रिया संपन्न की गई। इस जनसुनवाई में जिला भू अर्जन पदाधिकारी, अपर जिला भू अर्जन पदाधिकारी, भूमि सुधार उपसमाहर्ता, अंचल पदाधिकारी, कानूनगो, अमीन सहित स्थानीय रैयतगण उपस्थित रहे। परियोजना के तहत अधिगृहित की जाने वाली भूमि से संबंधित राजस्व दस्तावेज चक खतियान के आधार पर तैयार हैं जबकि दखल कब्जा सर्वे खतियान के अनुसार है। इस विसंगति को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यदि दखल कब्जा को आधार मानकर पंचाट घोषित किया गया तो कई रैयतों को मुआवजा भुगतान के समय राजस्व दस्तावेज प्रस्तुत करने में कठिनाई आ सकती है। इसके चलते भूमि नापी की प्रक्रिया को अत्यंत पारदर्शी और सहभागी बनाया गया है। जनसुनवाई के दौरान रैयतों से संवाद कर उनके सुझाव एवं अभिमत प्राप्त किए गए। तत्पश्चात अधिग्रहित भूमि की नापी शुरू की गई, जो समयाभाव के कारण पूर्ण नहीं हो सकी। शेष भूमि की नापी आज प्रातः 7:00 बजे से की जाएगी, जिसमें सभी रैयतों को भाग लेने हेतु आमंत्रित किया गया है। जिला भू अर्जन पदाधिकारी ने जानकारी दी कि चक और सर्वे खतियान में जहाँ समानता है, वहाँ नापी में कोई समस्या नहीं आ रही है। जबकि जहाँ चक, सर्वे और दखल कब्जा में अंतर है, वहाँ विशेष ध्यान देते हुए दो अलग-अलग समूह बनाए गए हैं। ऐसे मामलों पर विस्तृत तथ्यों के आधार पर प्रतिवेदन तैयार कर जिला पदाधिकारी को सौंपा जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर मुख्यालय से भी मार्गदर्शन लिया जाएगा। नापी प्रक्रिया के बाद एक आमसभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें दावे एवं आपत्तियों को आमंत्रित कर उनका निपटारा किया जाएगा। साथ ही नापी के समय प्राप्त दावे-आपत्तियों को भी लेखबद्ध किया जा रहा है ताकि भविष्य में कोई विवाद उत्पन्न न हो।


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