राजीव गांधी की तरह ही पीएम मोदी की हत्या की रची गयी साजिश

पुणे । पुणे पुलिस ने माओवादियों के इंटरनल कम्युनिकेशन को इंटरसेप्ट करने का दावा करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ राजीव गांधी की तरह ही हत्या की साजिश रची गई थी। गौरतलब है कि 21 मई, 1991 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या चुनावी कैम्पेन के दौरान पड़ोसी देश श्रीलंका से आए आत्मघाती हमलावर ने तमिलनाडु के श्रीपेरूम्बदुर में की थी।  

     पुणे पुलिस ने गुरूवार को कोर्ट को यह बताया कि उन्होंने भीमा-कोरेगांव हिंसा को लेकर जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से एक के घर से यह ख़त मिला है।इस पत्र में यह कहा गया- “मोदी के नेतृत्व में हिन्दू फासिस्टवाद के चलते आदिवासियों का जीना दूभर हो गया है। बिहार और पश्चिम बंगाल में बड़ी हार के बावजूद मोदी 15 से ज्यादा राज्यों में अपनी सरकार बनाने में कामयाब रहे। अगर यह सिलसिला जारी रहा तो इसका ये मतलब होगा कि पार्टी को सभी मोर्चे पर भारी संकट से जूझना। विरोधियों के लिए यह बड़ी रूकावट है।”

       पत्र में आगे कहा गया- “कॉमरेड किशन और कुछ अन्य सीनियर कॉमरेड्स ने कुछ ठोस प्रस्ताव दिये हैं ताकि मोदी राज को ख़त्म किया जा सके। हम एक और राजीव गांधी की तरह घटना के बारे में सोच रहे हैं। रोड शो का टारगेट करना प्रभावकारी रणनीति होगी। हम सभी यह मानते है कि हम सभी के बलिदान से बढ़कर है पार्टी का जीवित रहना। कोर्ट को पब्लिक प्रोसिक्यूटर उज्ज्वल पवार ने बताया कि पत्र से यह साफ जाहिर होता है कि माओवादी राजीव गांधी हत्याकांड की तर्ज पर किसी की हत्या करने की साजिश रहे थे। पत्र भेजने वाले ने यह साफ लिखा कि हमला आत्मघाती होगा लेकिन पार्टी को इस पर गंभीरता से विचार करना होगा।गौरतलब है कि पुणे पुलिस ने जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया है वे हैं- सुरेन्द्र गाडलिंग, सुधीर धावले, रोना विल्सन, शोमा सन और महेश राउत। पत्र में आगे लिखा गया है कि माओवादियों के लिए हिन्दू फासीवाद को हराना हमारा मुख्ये एजेंडा है और पार्टी की मुख्य चिंता है। गुरूवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुणे के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (सीपी) रवीन्द्र कमद ने बताया कि छानबीन के दौरान पुलिस को पेन ड्राईव, हार्ड डिस्क और कुछ अन्य कागजात मिले हैं जिन्हें फॉरेंसिक्स के लिए भेज दिया गया है।

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