होलिका में फेंकी आंबेडकर प्रतिमा, अपमान पर भड़के ग्रामीण, चक्काजाम

चंदौली  बबुरी थाना क्षेत्र के दूदे गांव में बुधवार को भीमराव आंबेडकर के अपमान पर ग्रामीण भड़क गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने चकिया-पीडीडीयू नगर मार्ग पर चक्काजाम कर प्रदर्शन किया। जानकारी होने पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। उप जिलाधिकारी चकिया प्रदीप कुमार व सीओ कुंवर प्रभात सिंह कई थानों की फोर्स को लेकर पहुंच गए। अधिकारियों को देखते ही  ने शासन-प्रशासन विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी। तीन घंटे तक जाम के चलते मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई।

जानकारी के मुताबिक गांव के एएनएम सेंटर के पास अनुसूचित जाति के लोगों ने बाबा साहेब आंबेडकर की लकड़ी की कट आउट प्रतिमा लगा रखी थी। मंगलवार की रात अराजक तत्वों ने उसे उखाड़कर समीप के होलिका में फेंक दी। बुधवार की सुबह बस्ती के लोगों ने प्रतिमा को गायब देखा तो परेशान हो उठे। खबर गांव सहित आसपास के गांव में जंगल में आग की तरफ फैल गई। होलिका में प्रतिमा देख बस्ती के लोग सड़क पर उतर गए जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारी जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। उन्होंने कहा कि आजाद भारत में महापुरुषों की प्रतिमाएं तक सुरक्षित नहीं हैं। संविधान के निर्माण में आंबेडकर का अहम योगदान रहा। प्रदर्शनकारियों की मांग रही कि अराजक तत्वों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई करने के साथ लकड़ी की दूसरी कट आउट प्रतिमा स्थापित की जाए। एसडीएम व सीओ ने नई प्रतिमा स्थापित कराने व अज्ञातों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने का आश्वासन एवं समझाकर जाम समाप्त कराया। जाम करने वालों में बस्ती के सैकड़ों लोग शामिल थे।

रिपोर्टर

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