पूर्व आठ वर्षों से एक शिक्षक मना रहे हैं अनोखी होली।

भिवंडी । होली के पावन अवसर पर जहां लोग विभिन्न प्रकार के रंग एवं अबीर-गुलाल लगाकर होली का त्यौहार मनाते हैं वहीं भिवंडी के चाचा नेहरु हिंदी हाईस्कूल के शिक्षक प्रेमनाथ दूबे होली एवं दीवाली के पावन अवसर पर मंदिरों,मजारों एवं प्रमुख चौराहों पर भीख मांगने वाले दिव्यांगों को वस्त्र देकर एवं उनकी आर्थिक सहायता करके त्यौहार मनाते हैं। शिक्षक प्रेमनाथ दूबे पूर्व आठ वर्षों से निरंतर दिव्यांगों की सहायता करके होली एवं दीवाली का त्यौहार मनाते  आ रहे हैंं। बतादें कि चाचा नेहरु हिंदी हाईस्कूल के विज्ञान शिक्षक प्रेमनाथ दूबे ने बताया कि उन्होंने दीवाली एवं होली के अवसर पर आतिशबाजी एवं अबीर-गुलाल आदि में अनावश्यक रूप से पैसों की बर्बादी न करके दिव्यांगों की हर संभव सहायता करने का संकल्प लिया है। जिसके तहत वह होली एवं दीवाली के अवसर पर पूर्व आठ वर्षों से शिवाजी चौक अजयनगर,गोकुलनगर,तीनबत्ती,मंडई,घूंघटनगर एवं गोकुलनगर स्थित मजार सहित अन्य क्षेत्रों के मंदिरों के पास जाकर या इन रास्तों में जो भी दिव्यांग भीख मांगते हुए मिलता है उसकी सहायता वस्त्र देकर एवं आर्थिक रूप से करते हैं। इस वर्ष होली के दिन जब पूरे शहर में लोग अबीर-गुलाल उड़ाने में व्यस्त थे उस समय शिक्षक प्रेमनाथ दूबे अपने कुछ छात्र विकास गुप्ता,चंदन गुप्ता,राम यादव एवं प्रदीप यादव को लेकर गली-गली,मोहल्ले-मोहल्ले घूमकर दिव्यांगों की सहाायत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वस्त्र में महिलाओं के लिए साड़ी,लड़कियों के लिए सलवार-सूट का कपड़ा एवं बच्चों के लिए पैंट-शर्ट सहित कुछ रेडीमेड कपड़े रहते हैं, जिसे वह स्वंय अपने खर्च से खरीदते हैं इस कार्य में वह किसी से कोई सहायत नही लेते हैं। उन्होंने बताया कि जब तक उनके शरीर में चलने-फिरने की शक्ति रहेगी तब तक वह इसी प्रकार से होली एवं दीवाली के पावन अवसर पर दिव्यांगों की सहायता करते रहेंगे। उक्त कार्य को अपने जीवन का उद्देश्य बताया । 

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