उत्तर भारतीय समाज का सौदा बर्दाश्त नहीं । ठेकेदारों पर होगी कानूनी कारवाई ।

भिवंडी ।सवांददाता। भिवंडी लोक सभा का चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा है। वैसे वैसे छुटभैया उत्तर भारतीय समाज के तथाकथित नेता समाज के वोटों का सौदा करने के लिए उम्मीदवारों के यहाँ कतार लगा कर टोकरी में उत्तर भारतीय समाज को रखकर " उत्तर भारतीय समाज का मतदाता थोक भाव में बिकाऊ है " ऐसा नारा लगाते हुए सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रकार के ब्यान बाजी करते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसा मंजर सबसे ज्यादा एक ही खेमे में नजर आ रहा है। उस खेमे  के कई पदाधिकारी सोशल मीडिया पर बड़े बड़े ब्यानबाजी करते हुए कह रहे है कि उत्तर भारतीय समाज की नाराजगी समाप्त हो गयी है। और कुछ कह रहे है कि ९५ हजार उत्तर भारतीय मतदाता भिवंडी लोक सभा क्षेत्र में रहते हैं जो सारे उत्तर भारतीय समाज के लोग एक  साथ खड़े है। ऎसे अनेक लुभावनी बाते बनाकर उम्मीदवार को लुभावने का प्रयास कर रहे हैं। भिवंडी लोक सभा क्षेत्र में उत्तर भारत के विभिन्न प्रांतों के हिन्दी भाषी लोग रहते हैं। जो विभिन्न संगठनों व पार्टी के जुडकर समाज का विकास करने के साथ शहर की हर समस्या से लड़ने के लिए तात्पर्य है। परन्तु ‌सारे हिन्दी भाषी मतदाताओं का किसी पार्टी से जोड़ना या सिर्फ अपने फायदे के लिए सौदा करना हिन्दी भाषी मतदाताओं का अपमान करना है। हिन्दी भाषी मतदाता जागरुक है समाज की भलाई करने के साथ शहर का विकास कैसे हो ? इसके साथ देश का विकास कैसे हो ? उसे बाखुबी पता है। किन्तु कुछ तथाकथित उत्तर भारतीय समाज के नेताओं द्वारा चुनावी मौसम में ठेकेदारी पद्धति से हिन्दी भाषी मतदाताओं को बेचने के कार्य में लगे हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे तथाकथित सफेदपोश नेताओं को समाज से कोई लेना देना नहीं होता है। बल्कि सफेद पोश पहिने हुए‌ तथाकथित नेता खुद समाज के भक्षक हैं। कही भी कोई अप्रिय घटना जब घटित होती है या समाज के लोग पिटते है। समाज के बहु बेटियों के इज्जत के साथ खिलवाड़ होता है। तो इन तथाकथित सफेदपोश नेता घर में दुबक कर बैठने का कार्य करते है या फिर शहर से नदारद रहते हैं। किन्तु चुनावी मौसम आते ही बरसाती मेढ़क की तरह अपनी अपनी गल्ली में टर टर करने लगते हैं। ऐसे छुटभैया नेताओं ने अपने आप को‌ स्वयं घोषित उत्तर भारतीय समाज का नेता मान बैठे है। इन तथाकथित नेताओं को उत्तर भारतीय समाज की कितनी सख्या है। ठीक से पता नहीं है। उत्तर भारत के काई हिन्दी भाषी जागरुक नागरिकों ने बताया कि उत्तर भाारतीय समाज भिवंडी शहर में पुरी तरह से बिखरा हुआ है। इसके साथ ही समाज का कोई भी प्रतिनिधित्व करने वाला नहीं है।  किन्तु कुछ तथाकथित छुटभैया नेताओं द्वारा समाज का सौदा करना समाज का अपमान करना हैं। जो‌ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ऐसे तथाकथित नेताओं पर जल्द ही कानूनी कारवाई की जाएगी ।


रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट