मासूम की हत्या करनेवाले दो आरोपियों को मानपाड़ा पुलिस ने किया गिरफ्तार
- Hindi Samaachar
- Jul 17, 2018
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बेहोशी की दवा खिलाकर मासूम के साथ किया अप्राकृतिक दुराचार
बिल्डिंग का प्लंबर ही निकला मासूम का हत्यारा
कल्याण : मानपाड़ा पुलिस ने तीन महीने पहले हुए एक सात वर्षीय मासूम बच्चे की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां कोर्ट ने आरोपियों को सात दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार डोंबिवली के देसलेपाड़ा का रहनेवाला आत्माराम प्रकाश वारंग 24 मई को डोंबिवली पूर्व स्थित मानपाड़ा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराया की उनका सात वर्षीय मासूम घर के बाहर खेल रहा था ,कि अचानक गायब हो गया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने 363 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।दूसरे दिन यानी कि 25 तारीख की दोपहर को पुलिस ने स्थानिको की मदद से मासूम के शव निर्माणाधीन इमारत के पानी की टँकी से ढूढ निकाला।शव को टँकी से बाहर निकालकर पंचनामा करने के बाद उसे मुंबई के जेजे अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । हत्या के पीछे किसका हाथ है? और हत्यारा कौन है ?इसकी तलाश में पुलिस जुट गयी थी। हालांकि पुलिस को ये भी शक हो रहा था कि मासूम खेलते खेलते टँकी में गिर गया होगा. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अब साफ हो गया, कि उसकी हत्या हुई है ,और हत्यारे ने मासूम को नशीली दवा खिलाकर उसके साथ अप्राकृतिक दुराचार करने के बाद हत्या किया है।
पुलिस ने जांच शुरू किया और 24 मई के दिन उस लोकेशन पर किस किस का मोबाइल एक्टिव था इस बात का पता लगाना शुरू किया, फिर उन सभी लोगों से पूछ ताछ किया जिस जिस का मोबाइल उस जगह पर एक्टिव था,इसी बीच उसी बिल्डिंग में प्लंबर का काम करनेवाले दो युवक एहसान साबीर आलम (22)व नदीम जाकिर आलम(21) नामक दो युवक जो कि डोंबिवली पूर्व सांगर्ली के सुरेश कॉंप्लेक्स के कमरा नंबर 302 में रहते थे और मूल रूप से बिहार राज्य के किसनगंज जिला, पोस्ट बहादुर गंज के बेतवारी गांव के रहनेवाले से पूछ ताछ किये तो पुलिस को उनपर शक हुआ जिसके आधार पर पुलिस ने उनसे सख्ती से पूछताछ की तो इन्होंने अपना गुनाह कुबूल करते हुए बताया कि मोबाइल पर पोर्न फ़िल्म देखकर उत्तेजित हो गया था जिसके चलते हमने ऐसा घृणित कार्य को अंजाम दिया । उक्त दोनों को मासूम पहचानता था इसी का फायदा उठाते हुए उक्त दोनों आरोपी मासूम को चॉकलेट के बहाने नींद की गोली खिला दिया जिससे वह अचेत हो गया उसके बाद उसके साथ अप्राकृतिक दुराचार किया, और उसकी हत्या कर उसकी लाश को निर्माणाधीन इमारत के टँकी में डाल दिया ताकि किसी को पता न चले। पुलिस ने दोनों आरोपियों को 50 दिनों के भीतर ढूढ निकाला और उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया जहां कोर्ट ने उन्हें 24 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया । मामले की अग्रिम जांच पुलिस निरीक्षक सुरेश कुमार राउत कर रहे है।
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