अच्छी गुणवत्ता-उच्चतम प्रदर्शन के कारण प्राप्त हुआ बी. के. बिड़ला महाविद्यालय को स्वायत्त दर्जा

कल्याण :- बी. के. बिड़ला महाविद्यालय हमेशा अपनी अच्छी गुणवत्ता और शिक्षा में उच्चतम प्रदर्शन के कारण शिक्षा के क्षेत्र में  स्वायत्त दर्जा हासिल की है. इसलिए मुंबई विश्वविद्यालय के स्वायत्त महाविद्यालय की सूची में अब बिड़ला महाविद्यालय का भी नाम शामिल हुआ है, बिड़ला महाविद्यालय व्यवस्थापन समिती के अध्यक्ष ओ. आर. चितलांगे इन्होंने पत्रकार परिषद में जानकारी दी.

ज्ञात हो कि स्वायत्त आज भारत के महाविद्यालयो में लोकप्रिय हो रही है. अभी तक मुंबई विश्वविद्यालय के अंतर्गत रहित केवल १२ महाविद्यालय को ही स्वायत्त दर्जा प्राप्त है. इस स्वायत्तता से अभिप्राय महाविद्यालय की स्वतंत्रता से है. महाविद्यालय में अलग पाठ्यक्रम तैयार होगा, विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. इस पाठ्यक्रम में सबसे पहले फोटोग्राफी और एनिमेशन दो विषय सुरु किया जाएगा. साथही परीक्षा के लिए पेपर बनाने और रिजल्ट जाहिर करने का अधिकार भी बिड़ला महाविद्यालय को प्राप्त हुआ है. समय समय पर परिस्थितियों के अनुसार इनमें परिवर्तन का अधिकार भी महाविद्यालय को ही होगा. यहा प्राध्यापक अपने शिक्षण कार्य मे विद्यार्थियों की सुविधा अनुसार आधुनिक शैक्षणिक संसाधनों का प्रयोग कर सकेंगे. स्वायत्त महाविद्यालय को अपनी परीक्षा आयोजित करने की पूरी छूट होती है, इसलिए वह अपनी समय सारिणी के अनुसार अपनी परीक्षाओं का आयोजन भी कर सकेंगे. इसका बड़ा लाभ समय पर रिजल्ट की जल्दी घोषणा के रूप में दिखाई देता है. इस रूप में हर सुविधा विद्यार्थी को अपने कॉलेज में ही उपलब्ध होगी. महाविद्यालय की स्वायत्तता के केंद्र में केवल विद्यार्थियों का कल्याण और उनको आधुनिक सुविधाएं प्रदान कराना है. अब हम यही नही रुकेंगे, विश्वविद्यालय के दर्जा के लिए हमारा आगे का प्रयास सुरु हुआ है ऐसा भी चितलांगे इन्होंने बताया. स्वायत्त दर्जा के बाद कॉलेज में फीस और प्रवेश प्रक्रिया में कोई भी बदलाव करने का अधिकार कॉलेज को नही है. शासन के नियमों द्वारा ही फीस और प्रवेश तय किया जाएगा ऐसा भी बताया गया. इस मौके पर सुबोध दवे, डॉ. अशोक प्रधान, डॉ. नरेशचंद्र, गीता उन्नीकृष्णन, डॉ. स्वप्ना समेळ, अविनाश पाटील अनेक मान्यवर मौजूद थे.

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