सावन के पहले सोमवार को विश्वनाथ मंदिर में यादव बन्धुओं ने किया जलाभिषेक
- राजेश कुमार शर्मा, उत्तर प्रदेश विशेष संवाददाता
- Jul 30, 2018
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वाराणसी । सावन के पहले सोमवार को परम्परानुसार विश्वनाथ मंदिर में
यादव बन्धुओं ने जलाभिषेक किया। इस दौरान आम श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर में
प्रतिबंधित रहा। हालांकि इस दौरान भीड़ का नियंत्रण करने में असफल प्रशासन के
खिलाफ यादव बंधुओं ने नाराजगी भी जताई।
गौरतलब है कि बीते 50 सालों से चली आ रही काशी में यह परम्परा चली आ रही है। सावन के प्रथम सोमवार को केदारघाट से यादव बंधु सिर पर आस्था का गागर लेकर पांच किमी की दूरी में स्थित शिवालयों की परिक्रमा करते हैं। इससे पहले रविवार को एसएसपी ने श्रद्धालुओं, कांवरियों से अपील की कि वे अपने साथ झोला, बैग, मोबाइल, धारदार एवं ज्वलनशील वस्तु, चप्पल-जूता के साथ मन्दिर में प्रवेश न करें। सावन के पहले सोमवार पर काशी में शिवभक्तों की भीड़ को देखते हुए पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात की गई है। सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग हो गई है। पूरे शहर में सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी संदिग्ध लोगों पर नजर रख रहे हैं। खुफिया एजेंसी भी सतर्क हैं। सुरक्षा में 13 एएसपी, 29 सीओ , 305 एसआई, 1950 कांस्टेबल, 230 महिला आरक्षी,171 यातायात पुलिसकर्मी लगे हैं। इसके अलावा आरएएफ की दो कंपनी, पीएसी की आठ कंपनी भी जगह-जगह तैनात है। काशी विश्वनाथ मन्दिर के अलावा छोटे-छोटे शिवालों और मन्दिरों पर भी पुलिस की तैनाती की गई है। चौराहों पर यातायात के सुगम संचालन के लिए ट्रैफिक पुलिस के साथ, ट्रैफिक ब्रिगेड व होमगार्ड सक्रिय रहेंगे।
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