दिन-रात जाम से जकड़ा राजमार्ग, कराहते रहे राहगीर

वाराणसी । वाराणसी-इलाहाबाद राजमार्ग का दक्षिणी लेन मंगलवार को भीषण जाम में जकड़ गया। 12 घंटे से अधिक समय तक राजमार्ग पर वाहनों के पहिए थमे रहे। महाराजगंज से लेकर ऊंज सीमा तक तकरीबन 38 किलोमीटर वाहनों की कतारें लगी रहीं।


इस दौरान खिसक-खिसक कर चल रहे वाहनों को एक घंटे की दूरी तय करने में साढ़े छह घंटे का समय लग गया। जाम में बसों, ट्रकों, और निजी वाहनों के अलावा स्कूली वाहन व एंबुलेंस तक फंसी रहीं। सोमवार की रात से मंगलवार को दोपहर तक लगे जाम में फंसकर राहगीर बिलबिलाते रहे।सावन में एक लेन कांवरियों के लिए सुरक्षित करने के बाद वाराणसी-इलाहाबाद हाईवे पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई। सिक्सलेन निर्माण कार्य के चलते संकरी हुई दक्षिणी लेन पर यातायात का दबाव बढ़ने से भीषण जाम लग गया। सोमवार की रात करीब 12 बजे जंगीगंज के समीप एक ट्रक के खराब होने के बाद औराई से गोपीगंज के बीच शुरू हुआ जाम धीरे-धीरे बढ़ता गया और महाराजगंज से लेकर इलाहाबाद जनपद से लगी ऊंज सीमा तक वाहनों की कतारें लग गईं। पुलिस ने मशक्कत कर ट्रक को दुरुस्त करा कर यातायात बहाल करने का प्रयास किया, लेकिन तब तक वाहनों की कतारें इतनी लंबी हो चुकी थीं कि जाम की समस्या बनी रही। सुबह स्कूली वाहनों, एंबुलेंस, बसों और निजी वाहनों का दबाव फिर बढ़ गया, जिससे समस्या गंभीर होती गई।जाम के चलते छात्र-छात्राएं स्कूल नहीं पहुंच सके। इस दौरान पुलिस कांवरिया लेन पर ड्यूटी करती रही, लेकिन दक्षिणी लेन पर लगे जाम की समस्या को सुझाने की जहमत नहीं उठाई। लालानगर टोल प्लाजा पर वाहनों को ज्यादा देर तक रोके जाने से भी जाम की समस्या बढ़ती रही।मंगलवार को दोपहर 12 बजे के बाद तक हाईवे जाम की चपेट में रहा। इस दौरान हंडिया से गोपीगंज पहुंचने में साढ़े छह घंटे का समय लगा। इलाहाबाद से सुबह निकले यात्री शाम को बनारस पहुंचे। दोपहर बाद पुलिस अधीक्षक राजेश एस, एएसपी डॉ. संजय कुमार और सीओ ने खुद मोर्चा संभाला और आड़े-तिरछे वाहनों को हटाया गया तब धीरे-धीरे यातायात सामान्य होने लगा। 

  

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