केडीएमसी के शास्त्री नगर अस्पताल के इस कृत्य के पीछे क्या था मकसद ?

कल्याण ।। कल्याण डोंबिवली महानगर पालिका क्षेत्र में कोरोना के कारण वैसे ही लोगो का जीना दूभर हो चुका है ऐसे में डोंबिवली के शास्त्रीनगर अस्पताल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है इस अस्पताल में कोरोना से मृतक व्यक्ति के शव को बॉडी बैग की बजाय पॉलीथिन में लपेट कर रखा गया था इस मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन पर उंगली उठाई जा रही है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया इसके पीछे कही कोई घोटाला तो नही है या फिर यह लापरवाही का प्रतीक है 

विदित हो कि सरकार के निर्देशों के अनुसार कोरोना से संक्रमित रोगी की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु होने के बाद शव को 'बॉडी बैग' में रखा जाता है और दाह संस्कार के लिए किसी रिश्तेदार या पालिका के संबंधित कर्मचारी को दिया जाता है, लेकिन कल्याण डोंबिवली पालिका का शास्त्री नगर अस्पताल बॉडी बैग का इस्तेमाल नहीं कर रही है,बल्कि एक प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रही है एक तरफ पालिका जो कोविड पर करोड़ों रुपये खर्च करके अस्थायी अस्पताल बनाने का दावा करता है, वहीं कुछ अस्पतालों के पास बॉडीबैग खरीदने के लिए भी पैसा नहीं है, यह सवाल कोरोना काउंसलिंग कमेटी के अध्यक्ष अनिल काकड़े ने उठाया। यह चौंकाने वाली घटना उस समय सामने आई जब मयूरेश शिर्के ने अपने मोबाइल कैमरे में प्लास्टिक बैग में लिपटे हुये शव का एक वीडियो निकाला और इसे फेसबुक पर वायरल कर दिया।  इसके अलावा मयूरेश ने पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे को वीडियो भेजा है और इस मामले की जांच की मांग की है वही जैसे ही यह मामला सामने आया सभी के होश उड़ गए मनपा के इस अस्पताल द्वारा किये जा रहे इस तरह के कार्य की लोगो ने निंदा करते हुए कहा कि आखिरकार यह अस्पताल ऐसा क्यों कर रहा है क्या उसके पास बॉडी बैग नही है यहां फिर इसमें कोई घोटाला तो नही है अगर उसके पास बॉडी बैग नही थी तो वह खरीद नही सकती थी इस तरह से लापरवाही बरतने का क्या मकसद था ।

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