
तहकीकात : भिवंडी शहर बना कचरखाना, सिर्फ कागज़ों पर भिवंडी मनपा की सफाई अभियान
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Aug 27, 2020
- 510 views
◼ सफाई के नाम पर करोड़ों का खर्च फिर लगा रहता है कचरे का ढेर
भिवंडी।। भिवंडी शहर महानगर पालिका परिक्षेत्र अंर्तगत लगे कचरे के अंबार के बावजूद स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के प्रतिस्पर्धा में देश में 26 वां तथा महाराष्ट्र राज्य में 7वां रैकिंग प्राप्त किया है। जिसका सोसल मिडिया पर जमकर चर्चा शहर वासियो द्वारा किया जा रहा है। कुछ लोगों का मत है गंदगी में शहर को उक्त स्थान मिलना चाहिए था.क्योंकि शहर में साफ सफाई का कामकाज सिर्फ पालिका के कर्मचारी कागज़ो पर करते है।
सुत्रों की माने तो झूठी सफाई रैकिंग का खेल मनपा इसलिए खेल रही है ताकि स्वच्छ शहर के नाम पर उसे करोड़ों का इनाम सरकार की तरफ से मिल सकें। साथ ही भिवंडी मनपा प्रशासन की वाह वाही भी हो सकें।
गौरतलब कि देश में केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्वच्छ भारत अभियान अंर्तगत स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 किया गया था। जिसमें देशभर में 4500 शहरो ने हिस्सा लिया.वही पर लोक संख्या के आधार पर कटेगरी बनाया गया था. जिसमें तीन लाख से 10 लाख की जनसंख्या वाले शहरों में भिवंडी मनपा सहित कुल 33 शहरों को शामिल किया गया. तथा इस कटेगरी को अमृत सिटी के ग्रेड में रखा गया. जिसमें भिवंडी शहर महानगर पालिका भी शामिल था। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 की घोषित सूची में महाराष्ट्र में 7वां तथा समूचे देश में 26 वां स्थान भिवंडी शहर महानगर पालिका को प्राप्त हुआ है।
मनपा के एक अधिकारी ने बताया कि मनपा का रैंक स्वच्छता एप्स द्वारा मिल रहा है जिसमें हर दिन रैंक में बदलाव होता रहता है। इधर मनपा सूत्रों का कहना है कि सरकार का जो स्वच्छता एप्स है उसमें शहर के कुछ सबसे साफ सफाई इलाकों का समावेश किया जाता है। और इसी के माध्यम से मनपा को रैकिंग में शामिल करने की साजिश रची जा रही है ताकि मनपा को सरकार के तरफ से स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपए का अनुदान मिल सकें। जबकि पूरे शहर में कचरे का अंबार लगा रहता है।
भिवंडी मनपा प्रशासन में लगभग 2500 हजार सफाई कर्मचारी होने के बावजूद शहर के मुख्य रास्तों को छोड कर गल्लियों में झाडू तक लगाई जाती है। शहर के जब्बार कंपाउड, खोखा कंपाउड, बाबला कंपाउड, भंडारी कंपाउड, नालापार, फतमानगर, ,60 फुट रोड, चविद्रा ऐसे कई क्षेत्र है। जहां पर अमावस्या, पूर्णिमा सहित दीपावली पर भी झाड़ू नही लगाया जाता है। शहर के नुक्कड़ चौराहों पर कई दिनों तक कचरा सड़ता रहता है। इन जगहों पर इकठ्ठा हुआ कचरा मनपा प्रशासन जेसीबी लगवाकर डंपर में भरवाती है.भिवंडी शहर के रोशन बाग क्षेत्र अंतर्गत तालाब के पास 60 डंपर इकट्ठा हुआ कचरा वहां के स्थानीय नगर सेवक ने निकलवा कर यह साबित कर दिया कि भिवंडी शहर सफाई से वंचित होने के बाद भी स्वच्छ सर्वेक्षण में कैसे स्थान प्राप्त कर रहा है ?
नुक्कड़ व चौराहे पर लगे कचरे के अंबार से नाना प्रकार की बीमारियां फैल रही है। पूरा शहर कचरखाना बनकर रह गया है। मनपा प्रशासन में फैला भष्ट्राचार के कारण अधिकारी सिर्फ इन कार्यों में करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं।जिसके कारण शहर की हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। वही पर नागरिकों में तमाम प्रकार के संक्रामक फैल रहा है।
रिपोर्टर