दिव्यांग बच्चे का सर्टिफिकेट बनाने के लिए अस्पतालों का लगा रहे हैं परिजन चक्कर

दुर्गावती से संवाददाता धीरेंद्र कुमार सिंह की रिपोर्ट

दुर्गावती ( कैमूर ) ।। स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत प्रखंड क्षेत्र के नीपरान गांव निवासी राम सुभाष सिंह के पुत्र अपने मुख एवं मानसिक रूप से दिव्यांग हैं जिसका नाम सत्यम यादव उसको  लेकर अस्पतालों का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनके बच्चे का दिव्यांग सर्टिफिकेट अभी तक नहीं बन पाया उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गावती में दिव्यांग जनों का प्रमाण पत्र बनाने के लिए कैंप लगाया गया था उसमें अपने बच्चे को लेकर आए तो कैम्प में उपस्थित  चिकित्सक के द्वारा बताया गया कि मुख बधिर एवं मानसिक रोग के चिकित्सक इस कैंप में उपस्थित नहीं है इसलिए आपको सदर अस्पताल भभुआ जाना पड़ेगा जिसके बाद माता-पिता दोनों अपने दिव्यांग बच्चे को लेकर सदर अस्पताल भभुआ  पहुंचे तो वहां चिकित्सकों ने बताया कि आपको अपने बच्चे को लेकर पटना जाना होगा जिसके बाद निराश परिजन  अपने बच्चे को लेकर एक बार फिर आस लगाए हुए शुक्रवार को दिनांक 5 फरवरी 2021 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गावती में दिव्यांग जनों के कैम्प में पहुंचे. लेकिन इस बार भी उन्हें यहां से निराश होकर वापस लौटना पड़ा बताते चलें कि 5 फरवरी दिन शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गावती में दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के लिए कैंप का आयोजन किया गया था जिसमें दुर्गावती प्रखंड के काफी संख्या में दिव्यांग उपस्थित हुए इस कैंप में हड्डी रोग से संबंधित 35 लोगों को दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के लिए जांच किया गया लेकिन दो बार से हड्डी रोग को छोड़कर किसी भी रोग के चिकित्सक कैंप में उपस्थित नहीं होने से दिव्यांग जनों को वापस लौटना पड़ रहा है जिससे परिजनों को काफी परेशानी हो रही है। मुख बधिर एवं मानसिक रोग से संबंधित बहुत से दिव्यांग कैंप में पहुंच रहे हैं लेकिन चिकित्सा के अभाव में उनका जांच कर प्रमाण पत्र नहीं बन पा  रहा है।

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