गांवों में असामयिक मौत की घटनाओं से मच रहा कोहराम गली-गली हो रही मौतों की चर्चा

दुर्गावती से संवाददाता धीरेंद्र कुमार सिंह की रिपोर्ट


दुर्गावती ( कैमूर )।। जिले के स्थानीय थाना क्षेत्र के अंतर्गत प्रखंड क्षेत्र में लगातार कोरोना एवं अन्य बीमारियों से हो रही मौतों से गांव की गलियों में मातम पसरा हुआ है एक आंखों में आंसू सूखता नहीं कि दूसरे आंखों में आंसू निकल आते हैं गांव की सुनी गलियां हर घर में जर बुखार खांसी का तांडव आज भी जारी है कहीं स्वभाविक मौत तो कहीं कोरोना से मौत से हर जुबां पर मरने  वाले लोगों की चर्चाएं चल रही है इसी क्रम में थाना क्षेत्र के बसंतपुर गांव में एक रिटायर्ड फौजी बाढु यादव की मौत कोरोना की वजह से हो गई प्राथमिक इलाज के क्रम में दुर्गावती के एक निजी चिकित्सालय में इलाज के बाद मेजर साहब को भभुआ के सदर अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें पुनः पटना भेज दिया गया .लेकिन काल की गति को कौन जाने आखिरकार वहां तक  पीछा करते कोरोना की लहर काल के रूप में परिवर्तित हो गई और अंततः उनकी मौत हो गई. वैसे तो दुगावती प्रखंड के अंतर्गत प्रत्येक गांव में लोगों की असामयिक मौत हो रही है किसी की कोरोना की वजह से तो किसी की अन्य बीमारी से लगातार मौते  हो रही है मिली जानकारी के मुताबिक रिटायर्ड जज दीनानाथ पांडेय ग्राम इशीपुर जिनका शव पटना से अपने निजी गांव लाया गया और अंतिम संस्कार वाराणसी में किया गया तो ग्राम पंचायत सवठ के सरपंच राजकेस्वर यादव की मौत भभुआ के सदर अस्पताल में हुई जिनके शव को भी ग्रामीणों ने भावभीनी विदाई दी तो ग्राम जेवरी के रहने वाले पैक्स अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह की मौत से दुर्गावती प्रखंड के लोगो को एक बहुत बड़ा झटका लगा वही गुप्त नाथ तिवारी ग्राम जमुरनी की मौत भी भभुआ के सदर अस्पताल में ही हुई थी जिनके शव को भी ग्रामीणों ने विदाई दी उसी गांव के सुशील तिवारी का 8 माह का बच्चा दलित बस्ती के शिव वचन राम की पत्नी और काशीनाथ तिवारी का भी असामयिक मौत हो गई तो थाना क्षेत्र के गंगापुर गांव के ही गिरधारी पांडे पुत्र मुन्ना पांडेय की भी मौत वाराणसी में कोरोना की वजह से हो गयी इसी प्रकार प्रखंड के प्रत्येक गांव में लोगों की असामयिक मौत हो रही है जिससे गांव की गलियों में मातम पसरा हुआ है।

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