
सही पोषण और सम्पूर्ण देखभाल, स्वस्थ गर्भावस्था का रखें ख्याल
- रामजी गुप्ता, सहायक संपादक बिहार
- Jun 29, 2021
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- रहें मानसिक तनाव और संक्रमण से दूर, प्रसव से पहले रखें पूरी तैयारी
कैमूर, 29 जून | कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम हो रहा है लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। इसलिए फिलहाल अपनी सेहत के प्रति सजगता बेहद जरूरी है। विशेष तौर पर गर्भवती महिलाओं के लिए गर्भावस्था काफी संवेदनशील समय होता है| जब इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी दूसरे समय से कम हो जाती है। इसलिए गर्भस्थ शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के साथ माता के स्वास्थ्य और सुरक्षित प्रसव के लिए जरूरी है कि कोविड वायरस संक्रमण से सुरक्षा के साथ गर्भावस्था में माता के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य और आहार पर ध्यान दिया जाए।
चिंता सेहत का सबसे बड़ा दुश्मन अतएव तनाव से रहें दूर :
प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. मीना कुमारी ने बताया गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में कई शारीरिक और मानसिक बदलाव आते रहते हैं, जिससे वह तनावग्रस्त हो सकती हैं। ऐसे में मौजूदा कोरोना वायरस से संक्रमित होने के डर, गर्भस्थ शिशु की सेहत पर संक्रमण का प्रभाव एवं संस्थागत प्रसव कराने या प्रसव पूर्व जांच के लिए अस्पताल आने -जाने में संक्रमण का डर जैसे कई सवाल उनके तनाव को और बढ़ाने के लिए काफी हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को तनाव से दूर रहने की सलाह दी जाती है। गर्भवती माताओं को इस दौरान भरपूर नींद लेना जरूरी है। आठ से 9 घंटे की नींद उन्हें तनाव मुक्त रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सुपोषण के बिना सुरक्षित मातृत्व असंभव :
डॉ. मीना कुमारी ने बताया गर्भवती महिलाओं में एनीमिया की समस्या आम है। लेकिन यह जच्चा और बच्चा दोनों के लिए सही नहीं है। एनीमिया का सबसे बड़ा कारण महिलाओं के आहार में पोषण का अभाव है। गर्भवती महिला द्वारा लिए गए आहार में सभी जरूरी पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा गर्भस्थ शिशु की सेहत के लिए जरूरी होने के साथ माता के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसलिए भोजन में आयरन एवं कैल्शियम आदि की मात्रा को बढ़ाने की अधिक जरूरत है। यूनिसेफ, डब्ल्यूएफपी, ग्लोबल न्यूट्रीशन क्लस्टर्स एवं ग्लोबल टेक्निकल एस्सिटेंस मैकेनिज्म फॉर न्यूट्रीशन ने संयुक्त रूप से मातृ आहार एवं पोषण सेवाओं को लेकर मार्गदर्शिका तैयार की है, जिसमें कोरोना संक्रमण के इस दौर में मातृ आहार एवं पोषण को सुरक्षित करने के लिए विस्तार से जानकारी दी गई है।
प्रसव काल सुखद रहे अतएव पहले से रहें तैयार :
गर्भावस्था के दिन पूरे होने पर प्रसव के संभावित तिथि से पहले पूरी तैयारी रखें ताकि प्रसव का समय नजदीक आने पर किसी भी समस्या से बचा जा सके और प्रसव सुरक्षित हो सके। इसके लिए परिवार के सदस्य अपने क्षेत्र की आशा या एएनएम को सूचित करें और उनके सहयोग से अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में उपलव्ध प्रसव सेवाओं की उपलवध्ता की जानकारी लें। कोरोना के मद्देनजर सरकार गर्भवती महिलाओं को एम्बुलेंस की विशेष सुविधा उपलब्ध करा रही है। इसके विषय में भी पूरी जानकारी रखें। एम्बुलेंस का नंबर एवं क्षेत्र की आशा एवं एएनएम का मोबाइल नंबर अपने पास जरूर रखें।
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