
अति धोकादायक इमारत पर अंतिम नोटिस देने के बाद भी मनपा नहीं कर सकी कारवाही
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jul 02, 2021
- 627 views
क्या जिलानी बिल्डिंग हादसे जैसी शहर में होगी पुनरावृत्ति ?
भिवंडी।। भिवंडी निजामपुरा शहर महानगर पालिका प्रशासन ने शहर के पाँचों प्रभाग समितियों में कुल 1243 इमारतों को जर्जर घोषित कर रहिवासियों को इमारत खाली करने के लिए नोटिस जारी किया है.जिसके कारण अनेक परिवार को बरसात तथा कोव्हिड काल के दरमियान भी बेघर होने के लिए मजबूर होना पड़ा है.ऐसे जर्जर इमारतों के मनपा प्रशासन द्वारा बिजली और पानी कनेक्शन काट देने के बावजूद भी दर्जनों की संख्या में रहिवासी आज भी जर्जर इमारतों में रहकर अपना स्वामित्व का दावा ठोक रहे है.जिससे यह अनदेशा लगाया जा सकता है कि शहर में जिलानी बिल्डिंग जैसे हादसे की पुनरावृत्ति होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
इसी प्रकार का एक मामला प्रभाग समिति क्रमांक 04 से उजागर हुआ है.इस प्रभाग के नारपोली -1 गांव के रोशन बाग परिसर में 60-70 वर्ष पूर्व बनी इमारत क्रमांक 49/0 व 50/0 को सहायक आयुक्त ने अति धोकादायक घोषित कर इमारत खाली करने के लिए रहिवासियों को अंतिम नोटिस जारी किया है.बतादें कि इस इमारत को अली रजा,मकबूल अहमद, मुनिर अहमद के पिता हाजी मोहम्मद रजा हाजी रज्जब अली ने 60-70 वर्ष पूर्व बनवाया था.इस संपत्ति के कई वारस की मृत्यु हो चुकी है.मनपा प्रशासन द्वारा इमारत को अति धोकादायक घोषित करने के बाद इमारत में रहने वाले कई लोगों ने अपना मकान व इमारत खाली कर दिया है.वही नही मनपा प्रशासन ने भी इस जर्जर इमारत की बिजली कनेक्शन और पानी आपूर्ति को खंडित कर दिया है.किन्तु इस जर्जर इमारत में अपना स्वामित्व का दावा ठोकने वाले मुनीर अहमद हाजी रज्जब अली अंसारी का परिवार आज भी इसी इमारत में सपरिवार रहता ही नहीं बल्कि इमारत के निचले हिस्से में 32 जोड़ी पावरलूम मशीनों को भी चालू रखा हुआ है.पावरलूम मशीन की धड़ धड से इमारत का कई हिस्सा हिलने के साथ कई बार धराशायी हो चुका है.जर्जर इमारत में चल रहर पावरलूम कारखाने में भी लगभग आधा दर्जन मजदूर काम करते हैं.अगर यह इमारत बरसात में गिरती है तो जिलानी बिल्डिंग हादसे जैसे शहर में दूसरी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है.
स्थानीय निवासियों सहित इस इमारत के अन्य स्वामित्व धारकों ने मनपा प्रशासन से इमारत तोड़ देने के लिए कई बार पत्र व्यवहार किया है.इसके साथ ही प्रशासन को अवगत भी करवाया कि अगर कुछ हादसा होता है तो उनकी जवाबदेही नहीं होगी.किन्तु आश्चर्य की बात यह कि जब जब मनपा कर्मचारी इमारत को तोड़ने अथवा कारवाही के लिए जाते है तब तब स्थानिक जनप्रतिनियों ही आकर इमारत तोड़ने गये मनपा कर्मचारियों का विरोध करते हैं.इसमें से कई जनप्रतिनिधि भूमाफिया और बिल्डर भी है जो अवैध इमारत बनाने की लालसा पाले रखा हुआ है किन्तु संपत्ति विवादास्पद तथा कई स्वामित्व होने के कारण इनकी दाल गलती नहीं है.इस इमारत के स्वामित्व धारक शाह आलम मोहम्मद रजा अंसारी, बद्रेआलम मकबूल अहमद अंसारी तथा अंसारी आवेश मकबूल अहमद ने मनपा आयुक्त और सहायक आयुक्त के साथ भिवंडी पुलिस उपायुक्त योगेश चव्हाण को निवेदन पत्र कहा कि इस इमारत से कारण भविष्य में जिलानी बिल्डिंग जैसे हादसे की पुनरावृत्ति होती है उसकी जवाबदेही हमारी नहीं होगी.वही पर इस जर्जर इमारत को तोड़ देने की मांग भी किया है।
रिपोर्टर