आंगनबाड़ी केंद्रों के नामांकित बच्चों को दैनिक पोषाहार में मिलेगा पोषणयुक्त लड्डू


- बाजार से लड्डुओं की नहीं होगी खरीदारी, सेविका खुद से बनाएंगी

- बच्चों के लिए होगा सुपाच्य और पौष्टिक, लंबे समय तक कर सकेंगे इस्तेमाल 

आरा, 02 जुलाई | कोरोना संक्रमण की वजह से आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन लंबे समय से बाधित है। इस कारण आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को गर्म पौष्टिक आहार उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इसके स्थान पर सूखा राशन बच्चों के घर पहुंचाया जा रहा है। बच्चों में कुपोषण से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिये इसे अपर्याप्त मानते हुए समाज कल्याण विभाग ने नयी शुरुआत की है। इसके तहत बच्चों को अब हाई एनर्जी फूड की रेसिपी के तहत खास किस्म के लड्डू पोषक क्षेत्र के बच्चों के घर पहुंचाया जायेगा। विभागीय निर्णय के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्र में नामांकित तीन से छह वर्ष के बच्चे कुपोषण  के शिकार ना हो, इसके लिए बच्चों को पौष्टिक लड्डू खिलाया जाएगा। बच्चों को दिया जाने वाला पौष्टिक लड्डू बाहर का निर्मित नहीं होगा, बल्कि आंगनबाड़ी केंद्र को संचालित करने वाली सेविका ही बनाएंगी। ताकि बच्चों को दिए जाने वाले पौष्टिक लड्डू में मिलावट करने की कोई गुंजाइश ना हो। 

सेविका खुद से बनाएंगी लड्डू, बाहर से नहीं होगी खरीदारी :

एकीकृत बाल विकास सेवा की जिला प्रोग्राम पदाधिकारी रश्मि चौधरी ने बताया, जिले की सभी सेविकाओं को पौष्टिक लड्डू बनाने का प्रशिक्षण दिया जा चुका हूं। ताकि, स्कूल पूर्व शिक्षा के बच्चों को पौष्टिक लड्डू देने से बच्चों की  रोग प्रतिरोधक क्षमता ( इम्युनिटी सिस्टम) मजबूत हो  सके। उन्होंने बताया, पहले बच्चों को दैनिक पोषाहार के रूप आंगनबाड़ी केंद्रों पर पका भोजन, जैसे - खिचड़ी, दलिया, हलवा समेत अन्य भोजन मिलता था। किन्तु, अब बच्चों को सेविका-सहायिका के हाथों तैयार किया हुआ पोषण लड्डू के साथ-साथ सत्तू लड्डू मिलेगा। सप्ताह के तीन दिन सत्तू लड्डू मिलेगा जिसे  सत्तू के साथ मूंगफली, शुद्ध घी, गुड़ (शक्कर) के संयुक्त मिश्रण से तैयार किया जाएगा। सप्ताह के तीन दिन पोषण लड्डू मिलेगा जिसे   गेहूं  का आटा, मड़ुआ, बिना छिलके वाली मूंग दाल, उसना चावल, घी के साथ गुड़ के संयुक्त मिश्रण से बनाया जाएगा जो बच्चों के लिए ना सिर्फ उचित पोषण होगा बल्कि, सुपाच्य और रुचिचिपूर्ण भी होगा। कुपोषण की समस्या का स्थाई समाधान होगा। 

महिलाओं को भी प्रशिक्षण देंगी  सेविकाएं :

राष्ट्रीय पोषण अभियान के जिला समन्वय पियुष पराग यादव ने बताया, आगामी दिनों में आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं के द्वारा उनके पोषण क्षेत्र की महिलाओं को भी प्रसंस्कृत लडडू तैयार करने की जानकारी दी जायेगी। ताकि वे इसे अपने घर पर तैयार कर बच्चों को दें। इससे वे अपने बच्चों को कुपोषण की समस्या से  निजात दिला सकेंगी। उन्होंने बताया, इस लड्डू की सबसे अच्छी बात यह है कि यह पौष्टिक तो है ही, साथ ही सूखा होने के कारण लंबे समय तक इस्तेमाल में लाया जा सकेगा। जो बच्चों के पोषण संबंधी सभी जरूरतों को पूरा करने के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा। गौरतलब है कि आईसीडीएस विभाग संक्रमणकाल में भी बच्चों को कुपोषण से बचाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। जिससे पोषण अभियान को और भी सरल और सुविधाजनक बनाया जा सकेगा।

रिपोर्टर

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